मेरठ। पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के गैरकानूनी धंधों पर सरकारी डंडा चलना शुरू हो गया है। बिना रजिस्ट्रेशन चल रहा याकूब कुरैशी (Yakub Qureshi) का हॉस्पिटल बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया। इस दौरान अस्पताल के बाहर भारी पुलिस फोर्स मौजूद रही।
अल्लीपुर गांव में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की अलफहीम मीटैक्स प्राइवेट लिमिटेड नामक मीट फैक्ट्री लंबे समय से बिना लाइसेंस चल रही थी। पुलिस ने याकूब समेत 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और पुराने आपराधिक मामले खंगाल कर गैंगस्टर लगाने की तैयारी की जा रही है। पुलिस द्वारा जारी किए गए नोटिस का भी याकूब कुरैशी ने कोई जवाब नहीं दिया है। फैक्ट्री से बरामद मीट को नष्ट करने की प्रक्रिया चल रही है। बताया जाता है कि नियम विरुद्ध बनी याकूब की मीट फैक्ट्री को भी गिराया जा सकता है।
सिटी अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग ने लगाई सील
हापुड़ रोड स्थित सिटी हॉस्पिटल का संचालन याकूब कुरैशी का परिवार करता था। बिना रजिस्ट्रेशन के ही यह अस्पताल चल रहा था। अब स्वास्थ्य विभाग ने भी याकूब कुरैशी पर शिकंजा कस दिया है। इसकी पहले से ही भनक लगने पर याकूब ने अस्पताल का संचालन बंद कर दिया।
बुधवार को डिप्टी सीएमओ डॉ. जावेद हुसैन और डॉ. सुधीर कुमार के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम सिटी हॉस्पिटल पहुंची। डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि यह हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित किया जा रहा था। इसलिए इस पर सील लगाई गई है। इस दौरान नौचंदी थाने की पुलिस मौके पर मौजूद रही।
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि 2019 से सिटी अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रिन्यूअल नहीं कराया गया था। तीन बार नोटिस देने के बाद भी कोई जवाब नहीं दिया गया। इसलिए यह कार्रवाई की गई है। मेरठ में बिना पंजीकरण चल रहे अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अभी हाल में बिना पंजीकरण चल रही पैथोलॉजी लैब के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।