लखनऊ। पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में अब एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम प्रजापति से पूछताछ करेगी।
अखिलेश यादव सरकार में परिवहन के बाद खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति ने वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए आय से कई गुना अधिक संपत्तियां बनाईं। इस दौरान वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख रुपये के करीब थी, जबकि उनके पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिलीं।
विजिलेंस को 22 ऐसी बेनामी संपत्तियों की भी जानकारी मिली, जो इसी अवधि में प्रजापति के करीबियों के नाम पर खरीदी गईं। ये संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर हैं। गायत्री के खिलाफ विजिलेंस ने भी लगभग दो माह पहले आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया था।
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इसकी जांच में गायत्री की आय से कई गुना अधिक संपत्ति सामने आई थी। जांच में गायत्री की लखनऊ, अमेठी, सुलतानपुर व प्रतापगढ़ में 21 संपत्तियां सामने आई थीं। इससे पहले बीती चार सितंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को अंतरिम जमानत दी थी।
खनन घोटाले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति से अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द ही दोबारा पूछताछ करेगी। इसके लिए ईडी की एक टीम का गठन भी किया गया है। माना जा रहा है कि ये टीम शीघ्र ही गायत्री से पूछताछ करेगी।