उत्तर प्रदेश में बसपा शासनकाल के दौरान खासे प्रभावी रहे पूर्व आईएएस अधिकारी नेतराम की परेशानियां बढ़ गई हैं। उनकी बेशुमार दौलत की जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय जल्द ही उनकी संपत्तियों को अटैच करने की तैयारी में है।
सूत्रों का कहना है कि निदेशालय ने नेतराम के मामले में जांच लगभग पूरी कर ली है। इसमें विभिन्न शहरों में करोड़ों की संपत्ति होने और कुछ शेल कंपनियों की जानकारी मिली है। इसके अलावा मनी लॉन्ड्रिंग किए जाने की आशंका भी है।
नवनीत सहगल बने नए अपर मुख्य सचिव सूचना, छ IAS अफसरों का तबादला
गौरतलब है कि पिछले साल दिल्ली बेनामी निषेध इकाई ने नेतराम की करोड़ों की 19 बेनामी संपत्तियों को अटैच कर दिया था। वहीं, आयकर विभाग ने भी पिछले साल मार्च में नेतराम और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें विभिन्न संपत्तियों के दस्तावेज, 2 करोड़ से अधिक कैश और बेनामी लग्जरी कारें मिली थीं।
कुल 225 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों का पर्दाफाश होने का दावा किया गया था। साथ ही कहा गया था कि आयकर विभाग की कार्रवाई में नेतराम की 30 शेल कंपनियों की जानकारी सामने आई है।
हाथरस केस : DM ने दी पीड़ित परिवार को धमकी, कहा- मीडिया वाले चले जाएंगे, हम यही रहेंगे
उधर, सीबीआई ने भी पूर्व आईएएस अधिकारी पर लगे आरोपों की जांच की है। जांच एजेंसियां नेतराम और उनके कारीबियों को नोटिस जारी कर संपत्तियों का ब्यौरा तलब कर चुकी है। कई लोगों के बयान लिए जा चुके हैं।