कानपुर। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने कानपुर का अपना घर बेच दिया। दयानंद विहार स्थित इस घर को 1 करोड़ 80 लाख में बेचा है। अब इस घर में डॉक्टर दंपती श्रीति बाला और डॉक्टर शरद कटियार रहेंगे। शुक्रवार को पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए कानपुर में मकान की रजिस्ट्री हुई है।
पूर्व राष्ट्रपति (Ram Nath Kovind) ने घर की पावर ऑफ एटॉर्नी आनंद कुमार के नाम की थी। उन्होंने ही कानपुर में रजिस्ट्री की है। राष्ट्रपति रहने के दौरान कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद इस घर में आती रहीं हैं। घर के बाहर रामनाथ कोविंद की नेमप्लेट भी लगी है। 25 साल पहले जब कोविंद वकील थे, तब उन्होंने इस घर को खुद बनवाया था। तब वह काफी समय तक इस घर में रहे थे।
286 स्क्वायर मीटर में बना है यह मकान
इंद्रानगर दयानंद विहार के एम ब्लॉक स्थित इस मकान का नंबर-42 है। HIG साइज का यह मकान पूर्व राष्ट्रपति के ही नाम था। 286 स्क्वायर मीटर में बने घर में ड्राइंग रूम, 3 कमरे, वॉशरूम, बाथरूम, किचन और एक पीछे की तरफ सर्वेंट क्वार्टर है। घर सिर्फ एक फ्लोर में बना है।
कोविंद का कार्यकाल खत्म होने के बाद प्रोटोकॉल और परंपरा के तहत उन्हें दिल्ली में बंगला मिला है। उनका परिवार अब वहीं रहेगा। इस घर को खरीदने वाले डॉक्टर शरद कहते हैं कि यह मेरा सौभाग्य है। ईश्वर ने कृपा की कि मुझे इस मकान में रहने का अवसर मिलेगा।
पूर्व राज्यसभा सदस्य रहे रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति बनते ही उनके इस घर को भी सुरक्षा घेरे में ले लिया गया था। प्रोटोकॉल के तहत पुलिस की एक कंपनी उनके आवास पर तैनात रहती थी। उनके आवास के चलते यह क्षेत्र VIP दर्जा रखता था।
वे इसे पूर्व राष्ट्रपति की कृपा मानते हुए इसे प्रॉपर्टी के जरिए से न देखने का अनुरोध करते हैं। कीमत भी वह खुद नहीं बताते हैं। वह दिल्ली में कोविंद से भेंट के बाद उनकी सरलता और सज्जनता की बार-बार प्रशंसा करते हैं। शरद और श्रीति बाला बिल्हौर में श्रीश नर्सिंग होम के नाम से प्राइवेट हॉस्पिटल चलाते हैं और कान्हा-श्याम में रहते हैं।
5 साल में सिर्फ एक बार घर आईं सविता कोविंद
राष्ट्रपति बनने के बाद रामनाथ कोविंद इस घर में कभी नहीं आए। हालांकि, उन्होंने कानपुर का सबसे ज्यादा दौरे किए। रामनाथ कोविंद अपनी गांव की जमीन पूर्व में ही दान दे चुके हैं। जहां स्कूल और सामाजिक कार्यों के लिए बारातघर बना है। कानपुर में उनका एक मात्र मकान बचा था, जिसे अब उन्होंने डॉक्टर दंपती को बेच दिया है। कोविंद के राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी पत्नी सिर्फ एक बार कानपुर के दौरे में इस घर में आई थीं।