आगरा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बेहद करीबी और एटा अलीगंज विधानसभा से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव (Rameshwar Singh Yadav) को पुलिस ने बृहस्पतिवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। 18 अप्रैल को गैंगस्टर एक्ट के तहत उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। तबसे वह फरार चल रहे थे। उनके आवासों और प्रतिष्ठानों पर कुर्की के नोटिस चस्पा किए जा चुके हैं।
जिला पंचायत चुनाव से पहले ही सपा के पूर्व विधायक और उनके भाई पूर्व जिपं अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई थी, जबकि प्रदेश में भाजपा की सरकार दोबारा बनने के बाद उन पर शिकंजा कस दिया गया। जमीनों पर अवैध रूप से कब्जे करने के कई मुकदमे उनके खिलाफ लिखे गए।
वहीं दोनों भाइयों पर 18 अप्रैल को गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसमें रामेश्वर सिंह को गैंग लीडर और जुगेंद्र सिंह को गिरोह का सक्रिय सदस्य दर्शाया गया।
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इसके बाद से दोनों सपा नेताओं के ठिकानों पर पुलिस की दबिश का सिलसिला शुरू हो गया। लेकिन दोनों नेता न तो गिरफ्तार हुए और न ही अदालत में ही हाजिर हुए। इसे लेकर 31 मई को गैंगस्टर अधिनियम न्यायालय से उनके विरुद्ध धारा 82 के तहत कुर्की कार्रवाई के नोटिस जारी कर दिए गए।
जो दोनों नेताओं के एटा और जैथरा स्थित आवास व प्रतिष्ठानों पर नोटिस चस्पा कराए गए। बृहस्पतिवार को पुलिस ने रामेश्वर सिंह को आगरा से गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद एटा लाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह ने बताया कि आरोपी सपा नेता को पुलिस अभिरक्षा में ले लिया गया है। कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
फर्रुखाबाद लोकसभा से 2014 में लड़ा था चुनाव
अलीगंज विधायक रहते हुए रामेश्वर सिंह ने 2014 में फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ा था। हालांकि वह चुनाव बड़े अंतर से हार गए। वहां भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत विजयी रहे थे।