सैफई। समाजवादी पार्टी के संस्थापक व पूर्व रक्षा मंत्री नेताजी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के 85वें जन्मदिवस पर बुधवार सुबह 8 बजे सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) परिजनों के साथ समाधि स्थल पर शांति यज्ञ पाठ किया। इसके बाद सैफई में समाधि स्थल पर भव्य स्मारक का शिलान्यास किया। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव, शिवपाल सिंह यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव, पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।
इस तरह होगा स्मारक
स्मारक की रूपरेखा में लोककला की झलक और गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा। म्यूजियम में जमीन से जुड़े हुए भारत के गौरव, महान राजनीतिज्ञ नेताजी की सादगी और गुणवत्ता की भी झलक देखने को मिलेगी। स्मारक का स्वरूप वर्गाकार होगा। इसमें दर्शनीय लैंडस्केप होंगे। चारों तरफ एक लंबी दीर्घा का प्रबंध किया गया है। इससे अंत्येष्टि स्थल तक पहुंचा जा सकता है। स्मारक 8.3 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा। प्रवेश द्वार से अंत्येष्टि तक पहुंचने के लिए लैंडस्केप की श्रृंखला, चौक और प्रांगण होंगे।
दोनों तरफ रम्य स्तंभों की योजना है। इससे दर्शकों को एक सुखद शांतिमय वातावरण की अनुभूति हो। इसके पार्श्व में एक दृश्यावली, मध्य में एक स्मृति सभागार होगा, जिसमें नेताजी की एक कांसे की भव्य प्रतिमा होगी। सभागार तक आवागमन के लिए चारों तरफ घास के मैदान होंगे।
स्मृति सभागार में नेताजी (Mulayam Singh Yadav) की भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी। उनसे जुड़ी चीजों और तस्वीरों का संग्रह किया जाएगा। स्मारक के निर्माण कार्य नेताजी के नाम से बनाए गए ट्रस्ट के माध्यम से किए जाएंगे।
अखिलेश यादव ने 50 बुजुर्गों का किया सम्मान
अखिलेश यादव ने मंच पर उपस्थित 50 बुजुर्गों का सम्मान किया। इसके बाद राम आसरे कुशवाहा और जय शंकर पांडेय की किताब का विमोचन किया। इसके बाद राजपाल कश्यप ने उनको चित्र भेंट किया है।
समाजवादियों का तीर्थस्थल होगा स्मारक: जयशंकर पांडे्य
स्व. मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के समाधि स्थल पर स्मारक के उद्घाटन पर पूर्व मंत्री, अयोध्या जयशंकर पांडे्य ने कहा कि नेताजी का स्मारक आने वाले दिनों में समाजवादियों का तीर्थस्थल होगा।
मुलायम सिंह यादव की जयंती आज, सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि
ये बद्रीनाथ और केदारनाथ की तरह होगा। उन्होंने आगे कहा कि हमें देश में अघोषित आपातकाल को खत्म करना है। 2024 में इसे खत्म करना है। अगर चूक गए 2024 में, तो सजा भुगतनी होगी। 2024 में बूथ लेवल पर वोट बढ़ाकर नेताजी को श्रद्धांजलि देनी होगी।