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नहर किनारे फेंकी गईं शराब पीने से चार ईंट भट्टा मजदूरों की मौत

poisonous liquor

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उप्र के अलीगढ़ में शराब पीने से मौत का ​सिलसिला नहीं थम रहा है। बीते दिनों की तरह ही जिले के जवां थाना क्षेत्र स्थित ईंट भट्टे के डेढ़ दर्जन मजदूरों की शराब पीने के बाद बीती रात तबीयत बिगड़ गई।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने जीप व एम्बुलेंस से सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां बिहार निवासी एक दम्पति समेत चार लोगों की मौत हो गई। घटना को लेकर प्रशासन व पुलिस ने जांच शुरु कर दी है।

जवां थानाक्षेत्र अंतर्गत दबथला गांव के माजरा रौहेरा में अकील पुत्र बजरुद्दीन का ईंट भट्ठा है। भट्टे पर ईंटों की पथाई के लिए बिहार के मजदूर काम करते हैं। बताया जाता है कि बुधवार देर रात मजूदरों ने देशी शराब पी। शराब पीने के बाद मजदूरों की तबीयत बिगड़ गई और उल्टी, पेट दर्द व अन्य समस्या होने लगी। मजदूरों की बिगड़ी तबीयत को लेकर भट्टे में काम करने वालों में खलबली मच गई। आनन-फानन पुलिस को इसकी सूचना मिली।

मामले की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष जवां चंचल सिरोही, एसडीएम गभाना प्रवीण यादव, क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन विशाल चौधरी, पुलिस अधीक्षक नगर कुलदीप सिंह गुनावत भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने बिना समय गवांए बीमार मजदूरों को एम्बुलेंस व जीप से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां सभी को इलाज शुरु किया गया। पुलिस अधीक्षक नगर का कहना है कि मामले की जांच जारी है। जांच के बाद ही प्रकरण के विषय में कुछ कहा जा सकता है।

दम्पति समेत चार का हुआ पोस्टमार्टम

शराब पीने से ईंट भट्टे में काम करने वाले मजदूरों में महिलाएं की भी तबीयत बिगड़ी है। माना जा रहा है कि महिलाओं ने भी शराब का सेवन किया और ​हालात बिगड़ गई। पुलिस ने जिन मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया था उनमें से चार की मौत हो गई है। जिन लोगों को भट्टे से लाकर अस्पताल में भर्ती कराया था उनमें बिहार के बेला जनपद में उर फतेहपुर निवासी महिला शारदा (60), इनका पति सुरेश, महिला उषा देवी (45) पत्नी भगवान उर्फ छोटेलाल निवासी किंजर जनपद जहानाबाद, बिहार व मिश्री (45) पुत्र जानकी मांझी निवासी सुन्दर पुर थाना काकू जनपद जहानाबाद बिहार हैं। इन सभी का पोस्टमार्टम होकर अग्रिम कार्यवाही के लिए भेजा गया है।

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इनका चल रहा इलाज

जवां इलाके में स्थित ईट भट्टा पर काम करने वाले जिन लोगों की शराब पीने से तबीयत बिगड़ी है उनमें मुनिया देवी पत्नी अर्जुन उम्र 35 वर्ष निवासी जहानाबाद बिहार, रमेश पुत्र महेश माझी उम्र 35 निवासी भैंसमारा थाना टिकारा जिला गया बिहार, राजा पुत्र ग्रामी माझी उम्र 40 निवासी जहानाबाद बिहार, छोटेलाल पुत्र मिश्री उम्र 32 निवासी जहानाबाद बिहार, उमेश पुत्र चमशा उम्र 30 निवासी जहानाबाद बिहार, शिवा पुत्र मिश्री उम्र 18 जहानाबाद बिहार, कैलाश पुत्र पीरु उम्र 40 निवासी गया बिहार, कला देवी पत्नी कैलाश उम्र 40 निवासी गया बिहार, रतिलाल मांझी पुत्र कर मांझी उम्र 50 निवासी गुलजाना थाना चकारी गया बिहार, रानी देवी पत्नी रति लाल मांझी उम्र 48 निवासी गुलजाना थाना चकारी गया बिहार, जमरती देवी पत्नी मिश्री मांझी उम्र 45 निवासी गवारी थाना मखदूमपुर जहानाबाद बिहार, भुवनेश्वर पुत्र अर्जुन उम्र 30 निवासी बंधु नगर वाली जंगल थाना मोहनपुर गया बिहार, लल्लन पुत्र अर्जुन उम्र 35 निवासी सुदेश खास थाना यूनिवर्सिटी गया बिहार, विजय माझी पुत्र राजेंद्र 35 निवासी थाना यूनिवर्सिटी गया बिहार का जेएन मेडिकल कॉलेज एएमयू में इलाज जारी है।

शराब माफियाओं की नहर किनारे फेंकी शराब पीने से बिगड़ी तबीयत

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पूछताछ में मजूदरों के साथी राजू ने बताया कि नहर किनारे जब वह गया तो उसे शराब की पेटियां दिखाई दी। जिन्हें उसने मजदूरों को जानकारी दी और सभी ने आपस में बांटकर देशी शराब पी और फिर तबीयत बिगड़ी है। घटनाक्रम से प्रतीत होता है कि शराब माफियाओं द्वारा शराब को फेका गया होगा और उससे इस तरह का प्रकरण सामने आया है। बरामद अवैध शराब को सील कर लिया गया है। जवां थाना में मुकदमा दर्ज कर शराब फेंकने वालों को तलाश किया जा रहा है।

बताते चलें कि अलीगढ़ में कई जगहों को मिलाकर बीते दिनों हुए शराबकांड में 89 लोगों की मौत सामने आई थी। हालांकि प्रशासनिक आकंड़ों में यह संख्या कम है। गुरुवार को अगर चार लोगों की मौत को जोड़ लिया जाए तो यह आकंड़ा 93 जा पहुंचा है। बड़ा सवाल यह है कि चंद दिनों में ही एक बार फिर जिले में नहर किनारे मिली शराब पीने से मौत का क्रम जारी है और यह घटनाएं जिले में शराब माफियाओं के फैले नेटवर्क की दास्ता बयां कर रहे हैं।

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