उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक दवा कारोबारी ने खुद पत्नी और दो बच्चों के साथ घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एक ही परिवार के चार सदस्यों के आत्महत्या की खबर लगते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के जरिए जांच शुरू की है। वहीं शवों को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है. जहां दवाई कारोबार ने अपनी आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की बात कही है।
घटना थाना चौक कोतवाली के कच्चा कटरा के पास की है। जहां दवाई कर कारोबारी अखिलेश गुप्ता (42) उनकी पत्नी रिशु गुप्ता (39), बेटे शिवांग (12) और बेटी हर्षिता (10) के शव रस्सी से लटके मिले हैं। सभी के सुसाइड में एक ही तरीके की रस्सी का इस्तेमाल किया गया है जिसके चलते यह पता लग रहा है कि और प्री प्लान के तहत घटना को अंजाम दिया गया। चारों के शव फांसी के फंदे पर लटकते हुए मिले हैं। शव के पास ही सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की बात कही गई है। वही मौके पर पहुंची पुलिस फॉरेंसिक टीम के जरिए इस घटना को खुलासे के लिए जांच कर रही है।
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पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि अखिलेश दवाइयों से जुड़ा का काम करते थे। आज उनके किसी परिचित ने इन्हें फोन किया। कोई जवाब ना मिलने पर वो अखिलेश के घर गया तो वहां का नजारा देखकर उसने पुलिस को सूचना दी। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें आर्थिक तंगी और कर्ज से परेशान होने के चलते आत्महत्या जैसा कदम उठाने की बात लिखी है।
एसपी ने बताया कि अखिलेश और रिशु के शव एक कमरे में जबकि बेटे और बेटी के शव अलग-अलग कमरे में लटके मिले। आशंका है कि दंपति ने पहले अपने दोनों बच्चों को अलग-अलग फांसी पर लटकाया और उसके बाद खुद भी फांसी लगा ली। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और सुसाइड नोट के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।