बहराइच पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), सर्विलांस सेल व कोतवाली देहात पुलिस ने सरकारी कस्तूरबा बालिका विद्यालयों तथा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में कथित रूप से नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक अंतर्जनपदीय गिरोह के दो ठगों को गुरुवार को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्र ने शुक्रवार को बताया कि बीते दिनों हरदोई निवासी देवेन्द्र शुक्ला, गोंडा के अवधेश मिश्र और अली हुसैन ने अपने विभिन्न वेंडरों के माध्यम से अभ्यर्थियों के बीच फर्जी सूचना फैलाई कि उनकी कंपनी मां पाटेश्वरी कंस्ट्रक्शन एंड सिक्योरिटी सर्विस को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय व राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम में सिक्योरिटी गार्ड, सुपरवाइजर, बाबू व चपरासी आदि विभिन्न पदों पर नियुक्ति का शासन से टेंडर आवंटित हुआ है।
एसपी ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने अभ्यर्थियों से नौकरी के लिए पदों की अहमियत के अनुसार 10 हजार रूपये से ले कर 5 लाख रुपये तक वसूले। मिश्र ने बताया कि बलरामपुर जिले के पप्पू वर्मा व श्रावस्ती के उदय प्रकाश शुक्ला ने धन देने के बावजूद नौकरी ना मिलने पर आरोपियों के खिलाफ कोतवाली देहात में प्राथमिकी दर्ज कराई।
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पुलिस अधीक्षक के अनुसार मामले की जिम्मेदारी स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, देहात कोतवाली पुलिस व सर्विलांस सेल को दी गयी। उन्होंने बताया कि संयुक्त टीम ने गुरुवार को कार से लखनऊ से आ रहे दो आरोपियों देवेन्द्र शुक्ला व अवधेश मिश्र को बहराइच लखनऊ मार्ग पर गिरफ्तार कर लिया जबकि तीसरा अभियुक्त अली हुसैन फरार हो गया। मिश्र ने दावा किया कि अली हुसैन को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सर्विलांस सेल प्रभारी इंस्पेक्टर निखिल श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए गिरोह के सदस्यों के कब्जे से एक मारुति ब्रेजा कार, कुछ फर्जी नियुक्ति पत्र, चार मुहरें, एक लैपटॉप व रसीद बुक बरामद हुई हैं। पुलिस अधीक्षक ने ठगी गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम को विभाग की तरफ से 25 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।