चित्रकूट। फिंगर प्रिंन्ट स्कैनर डिवाइस का उपयोग कर फर्जी यूपीआई आईडी बनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने दबोचा (Arrested) है। आरोपित के कब्जे से एक लाख पांच हजार रुपये की नकदी भी बरामद की गई है।
क्षेत्राधिकारी नगर हर्ष पांडेय ने रविवार को प्रेेस वार्ता कर बताया कि फर्जी यूपीआई आईडी बनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त की गिरफ्तारी केे लिए पुलिस की टीमों को लगाया गया था। इसमें पुलिस अधीक्षक अतुल शर्मा के निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी के पर्यवेक्षण में प्रभारी साइबर/एसओजी टीम निरीक्षक एमपी त्रिपाठी नेतृत्व में थाना कोतवाली कर्वी एवं साइबर सेल की संयुक्त टीम को टास्क दिया था।
सीओ ने बताया कि अभियान में चित्रकूट पुलिस को धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त राजाराम सिंह पुत्र अनरथ सिंह निवासी गिदवहा थाना मड़ावरा जनपद ललितपुर को धोखाधड़ी के 01 लाख 05 हजार रुपये, एक एण्ड्राइड मोबाइल, दो फिंगर प्रिंट स्कैनर डिवाइस तथा बैंक की पास बुक के साथ गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।
सीओ ने बताया कि राजकिशोर कुशवाहा पुत्र साधू प्रसाद निवासी कस्बा व थाना पहाड़ी के खाते से किसी अज्ञात व्यक्ति ने एक लाख 11 हजार रुपये निकाले जाने की शिकायत पर कर्वी कोतवाली में मु0अ0सं0 456/22 धारा 419/420/411 भादवि0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। इस मामले में उक्त गिरफ्तार आरोपी का नाम सामने आया था। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह सिम को पोर्ट करने के नाम से फिंगर प्रिंट स्कैनर डिवाइस पर फिंगर प्रिंट ले लेता था। इसके बाद किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर वादी की सिम को रजिस्टर्ड कर नई यूपीआई आईडी बनाकर उसके खाते से कई बार पैसे निकाले गये थे।
साइबर अपराधी को गिरफ्तार करने वाली पहली टीम में साइबर/एसओजी टीम केे प्रभारी एमपी त्रिपाठी, आरक्षी लवकुश यादव, हिमांक द्विवेदी, सर्वेश यादव एवं दूसरी टीम में कर्वी कोतवाली के उ0नि रामाधार सिंह, मुख्य आरक्षी फरीद उद्दीन, शिवम राजपूत, महिला आरक्षी रीना चौधरी शामिल रहीं।