भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने गुरुवार सुबह वैदिक मंत्रोच्चार व शंखध्वनि के बीच गोरखनाथ मंदिर में बाबा गोरखनाथ का दर्शन पूजन किया।
डेढ़ घण्टे मंदिर परिसर में रहने के दौरान उन्होंने भ्रमण कर नाथ संप्रदाय के इस विश्व प्रतिष्ठित पीठ की विशेषताओं की जानकारी ली। मंदिर की गौशाला में जाकर गाय को अपने हाथों से गुड़ खिलाया। गोरक्षपीठ पहुंच कर अभिभूत नज़र आ रहे फ्रांस के राजदूत को मंदिर प्रबंधन ने गीता प्रेस और नाथ संप्रदायक की गोरखनाथ मंदिर की धार्मिक सांस्कृतिक पुस्तकों की भेंट देकर विदा किया।
फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन बुधवार रात गोरखपुर पहुंचे। जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन ने उनका स्वागत किया। एक होटल में रात्रि विश्राम के बाद गुरुवार सुबह 7:25 बजे वह गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार व शंखध्वनि के बीच बाबा गोरखनाथ का विधि विधान से दर्शन व पूजन किया। मंदिर की अलौकिक छटा देख वह अभिभूत दिख रहे थे।
निवार : सिर्फ 4 घंटे में हुई 23 सेमी बारिश, कई इलाकों में चल रही तेज हवाएं
उन्होंने मंदिर परिसर स्थित सभी देवालयों, अखंड धूनी, ब्रह्मलीन महंतजन की समाधि स्थली पर भी शीश नवाया। मंदिर परिसर में भ्रमण के दौरान वह महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रदीप राव से इस विश्व प्रसिद्ध पीठ की खासियत से अवगत होते रहे। उन्होंने भीम सरोवर समेत तमाम स्थलों पर खुद फ़ोटो भी खींची।
मंदिर परिसर स्थित गोशाला में जाकर फ्रांस के राजदूत ने गाय को गुड़ खिलाया। उन्हें इस गोशाला को लेकर मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की गोसेवा और गोवंश को लेकर उनके द्वारा संचालित योजनाओं के बारे के विस्तार से जानकारी दी गई। करीब डेढ़ घण्टे मंदिर में रहने के दौरान उन्होंने सूक्ष्म जलपान किया।
विदाई के वक्त गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन की तरफ से उन्हें अंग्रेजी व फ्रेंच भाषा में प्रकाशित गीता प्रेस व गोरखनाथ मंदिर की धार्मिक व सांस्कृतिक पुस्तकें भेंट की गईं।