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व्यापारिक पार्टनरशिप तोड़ने पर दोस्तों ने की थी युवक की नृशंस हत्या, तीन गिरफ्तार

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कानपर। रेलबाजार थाना पुलिस और पूर्वी जोन की सर्विलांस सेल ने तीन दिन में ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कर दिया। कैट के जंगल में ई-रिक्शा चालक का 24 जनवरी को शव पड़ा मिला था। हत्याकांड से पहले शातिर आरोपियों ने अपने मोबाइल तक स्विच ऑफ कर लिया था, लेकिन पुलिस ने तीन दिन के भीतर हत्याकांड का खुलासा करने के साथ ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

शहर छोड़ने से पहले दबोचे गए हत्यारोपी

डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने शुक्रवार को कोतवाली स्थित कार्यालय में हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 22 जनवरी को मीरपुर रेलबाजार निवासी ई-रिक्शा चालक मो० सफीक उर्फ मोटे (36) अपना ई-रिक्शा लेकर घर से निकला था, लेकिन घर नहीं लौटा था। घर न लौटने पर मां अनीशा ने 23 जनवरी को रेलबाजार थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसके बाद 24 जनवरी को कैंट के जंगल में मिले शव की पहचान लापता ई-रिक्शा चालक मो० सफीक के रूप में की गई थी। घटना में गुमशुदगी के मामले को हत्या में तरमीम कर रेलबाजार थाना पुलिस पे जांच शुरू कर दी।

डीसीपी पूर्वी ने बताया कि जांच में सामने आया कि मृतक की दुश्मनी नसीम उर्फ कालिया और जमील से चल रही थी, क्यों कि ये सभी लोग एक साथ लकड़ी का काम करते थे। कहासुनी के बाद सफीक की नसीम और जमील से मारपीट हो गई थी। इसके चलते मृतक ने उनके साथ लकड़ी का काम छोड़कर अपना ई-रिक्शा खरीदकर चलाना शुरू कर दिया था। पुलिस ने संदेह के आधार पर 27 को सर्विलांस सेल की मदद से अभियुक्तों को सीओडी पुल के नीचे से दबोच लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर नसीम उर्फ कालिया जमील ने अपने एक तीसरे साथी मुन्ना के साथ हत्याकांड को अंजाम देने की बात कुबूल कर ली। हत्यारोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक का ई-रिक्शा छावनी जंगल में बरामद कर लिया गया।

फोन बंद करके इस तरह दिया हत्याकांड को अंजाम

डीसीपी पूर्वी ने बताया कि हत्यारोपी नसीम उर्फ कालिया और जमील ने पूछताछ में बताया कि हम लोग अपने तीसरे साथ मुन्ना के साथ मृतक के ई- रिक्शा में बैठकर पहले उसके साथ शराब पी। इसके बाद मृतक को सीओडी रोड होते हुए छावनी जंगल में ले जाकर ईंट से सिर और चेहरा कुचल कर हत्या करके शव जंगल में फेंक दिया। इसके बाद उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ कर लिया था। वारदात के बाद रिक्शा जंगल से आगे छिपाकर चले आये थे।

हत्याकांड को अंजाम देने के दौरान तीनों आरोपियों ने अपने पार्टनरशिप तोड़ने पर हत्या की ठानी नसीम उर्फ कालिया ने बताया कि मेरी व सफीक उर्फ मोटे की दुश्मनी चल रही थी और हम लोग पहले लकड़ी का काम साथ में करते थे, लेकिन आपस में विवाद होने के कारण मारपीट हो गयी थी। उसने हम लोगों को भविष्य में देख लेने की धमकी दी थी, इसीलिये हम लोगों ने योजना बनाकर उसे शराब पिलाकर हत्या कर दिया।

यह हुए गिरफ्तार अभियुक्त

ई-रिक्शा की हत्या की वारदात में पुलिस ने मुन्ना पुत्र मो० दिलशाद निवासी मीरपुर थाना रेलबाजार, नसीम उर्फ कालिया पुत्र मो० सलीम निवासी मीरपुर छावनी एक मीनारी मस्जिद वाना रेलबाजार, जमील पुत्र खालील निवासी 686 मीरपुर तलीआ थाना रेलबाजार हैं।

गिरफ्तारी करने वाली टीम का विवरण

प्रभारी निरीक्षक रत्नेश कुमार सिंह, उ० नि० राजकुमार रावत, उपनिरीक्षक राकेश कुमार, उ० नि० जितेन्द्र जायसवाल, का० शिवराम सिंह का विजय सिंह का विपिन कुमार, का० आशीष कुमार, का० अनिल कुमार, का० गौरव का हरिओम शामिल रहें।

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