लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 को देखते दीपावली से लेकर छठ पर्व तक व्यापक सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि इन पर्वों में लोग आपस में भेंट करते हैं। छठ पर्व सामूहिक रूप से सम्पन्न किया जाता है। उन्होंने इसके दृष्टिगत जिला स्तर पर समीक्षा करते हुए संक्रमण के नियंत्रण के प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को सरकारी आवास पर बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में जागरूकता प्रसार के लिए विशेष प्रयास किये जाएं। इसके लिए विभिन्न प्रचार माध्यमों के साथ-साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भी उपयोग किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी तथा मेरठ में कोविड-19 की रिकवरी दर को बेहतर करने के लिए उपचार व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की मेडिकल टेस्टिंग का कार्य पूरी गति से संचालित किया जाए। उन्होंने सर्विलान्स व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू रखने के निर्देश भी दिये हैं।
पश्चिम बंगाल में मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति ने की चार लोगों की हत्या
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग त्योहारों के मद्देनजर पूरी सतर्कता बरतें। मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों, पीएचसी तथा सीएचसी स्तर पर इमरजेंसी व्यवस्था को सक्रिय और प्रभावी बनाकर रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली के बाद प्रत्येक जिले में लोन मेले आयोजित किये जाएं। इन कार्यक्रमों से जनप्रतिनिधियों को जोड़ा जाए।
उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को जाड़ा बढ़ने से पूर्व स्वेटर वितरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्वेटर की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि समय से सभी छात्र-छात्राओं को स्वेटर उपलब्ध करा दिये जाएं। इस कार्य में लापरवाही बरतने वालों की जवाबदेही तय की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी की टंकियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इस सम्बन्ध में एक सप्ताह के दौरान सभी आवश्यक प्रबन्ध कर लिये जाएं। उन्होंने खाद्य विभाग, सहकारिता विभाग एवं कृषि विभाग को धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को एमएसपी का लाभ सुनिश्चित कराया जाए।
राजग विधानमंडल दल की 15 नवंबर को बैठक में नीतीश के नाम पर लगेगी मुहर
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन और सेवायोजन के लिए प्रभावी प्रयास किये जाएं। इस सम्बन्ध में एक कार्ययोजना तैयार कर उसे लागू किया जाए। उन्होंने दीपावली एवं छठ पर्व के बाद मनरेगा के तहत तालाबों के पुनरुद्धार कार्य को प्रारम्भ किये जाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अनेक एक्सप्रेस-वे निमार्णाधीन हैं।
इन एक्सप्रेस-वेज के किनारे औद्योगिक तथा व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की कार्यवाही प्राथमिकता से की जाए। इससे यह एक्सप्रेस-वे राज्य को देश का सबसे प्रोग्रेसिव स्टेट बनाने में महत्वपूर्ण योगदान करेंगे। उन्होंने विंध्य क्षेत्र में हर घर नल योजना के तहत पेयजल स्कीम के शुभारम्भ के लिए तेजी से सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये।