• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

दुनिया के पावरफुल टेलीस्कोप से ले कर 2022 में दुनिया को मिलेंगे 6 नए तोहफे

Jai Prakash by Jai Prakash
24/02/2022
in Tech/Gadgets
0
James Webb Telescope

James Webb Telescope

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली| दुनिया को पहली बार कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी (carbon capture technology) भी मिली है जिस पर एलन मस्क ने 730 करोड़ रुपये खर्च करने का एलान किया है। दुनिया के पावरफुल टेलीस्कोप (world’s powerful telescope) से ले कर 2022 में दुनिया को मिलेंगे 6 नए तोहफे..

पिछले दो साल से हम तबाही की खबरें ही सबसे ज्यादा पढ़ रहे हैं। इस तबाही के पीछे कोरोना महामारी है जिसका नया स्वरूप प्रत्येक कुछ महीनों में सामने आ रहा है, लेकिन इन सबके बीच कुछ सुखद खबरें भी हैं जिन्होंने दुनिया को सूकून दिए हैं। वैसे को हर साल विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में कई सारे प्रयोग होते हैं, लेकिन इस बार इनकी संख्या कुछ ज्यादा ही है। अभी साल 2022 के दो महीने भी पूरे नहीं हुए लेकिन दुनिया को विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में कई बड़े तोहफे मिल चुके हैं। एक तरफ दुनिया का सबसे पावरफुल टेलीस्कोप लॉन्च (world’s powerful telescope) हुआ है तो दूसरी तरफ ड्रोन ने डिफाइब्रिलेटर (defibrillator) की समय पर डिलीवरी करके 71 साल के बुजुर्ग की जान बचाई। दुनिया को पहली बार कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी (carbon capture technology)  भी मिली है जिस पर एलन मस्क ने 730 करोड़ रुपये खर्च करने का एलान किया है।

चांद पर जाने वाले आर्टेमिस के लिए NASA ने शुरू की तैयारी

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (american space agency nasa) द्वारा अंतरिक्ष में भेजा गया अब तक का सबसे शक्तिशाली जेम्स वेब टेलीस्कोप (James Webb Telescope) सोमवार को (24 जनवरी) पृथ्वी से एक मिलियन मील दूर अपने अंतिम गंतव्य पर पहुंचा है।जेम्स वेब टेलीस्कोप नाम का यह टेलीस्कोप पृथ्वी से लगभग एक मिलियन मील (1.5 मिलियन किमी) की दूरी पर दूसरे लैग्रेंज प्वाइंट (L2) की कक्षा में है। यह पृथ्वी के अनुरूप सूर्य की परिक्रमा करेगा, क्योंकि यह एल-2 (L2) की परिक्रमा करता है।”अंतरिक्ष में 30 दिनों की यात्रा के बाद अपने अंतिम गंतव्य पर पहुंचा है। हब्बल का उत्तराधिकारी कहा जाने वाला यह टेलीस्कोप उससे 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली है। (James Webb Telescope) अंतरिक्ष की सुदूर गहराइयों को देखने में सक्षम होगा। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के ऑप्टिक्स पर करीब 25 लाख रुपये के सोने की परत को चढ़ाया गया है। आप इस टेलीस्कोप की काबिलियत का पता इस बात से लगा सकते हैं कि अगर इसको चांद पर रख दिया जाए, तो यह पृथ्वी पर उड़ रही एक मक्खी को भी आसानी से डिटेक्ट कर सकेगा। इसे बनाने में करीब 9.7 बिलियंस डॉलर का खर्चा आया है।

धरती के बेहद करीब से गुजरा Asteroid, जानें NASA को क्यों पता नहीं चला

ड्रोन का इस्तेमाल फिल्मों में लंबे समय से हो रहा है। इसके अलावा सेना भी ड्रोन का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर करती है। ड्रोन का इस्तेमाल भी डिलीवरी के लिए होता रहा है, लेकिन पहली बार स्वीडन में ड्रोन का इस्तेमाल मेडिकल इमरजेंसी के लिए हुआ है। स्वीडन में एक 71 वर्षीय बुजुर्ग की जान बचाने में ड्रोन ने अहम भूमिका निभाई है। एक बुजुर्ग व्यक्ति को बर्फ में गिरते समय दिल का दौरा पड़ गया था जिसके बाद ड्रोन से डिफाइब्रिलेटर (defibrillator) की डिलीवरी हुई जिसस व्यक्ति की जान बची। बता दें कि डिफाइब्रिलेटर वही डिवाइस है जिसके जरिए कार्डिएक अरेस्ट की स्थिति में इलेक्ट्रिक शॉक दिए जाते हैं।

कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी (carbon capture technology)  पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में है। डेलावेयर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने हाल ही में हाइड्रोजन द्वारा संचालित विद्युत रासायनिक प्रणाली का उपयोग करके हवा से 99% कार्बन डाइऑक्साइड को कैप्चर करने का डेमो दिखाया है जिसके बाद से इसकी चर्चा बड़े स्तर पर होने लगी है। टेस्ला के चीफ और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने भी कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी (carbon capture technology)  पर करीब 720

NASA की नई तस्वीरों से ISRO के वैज्ञानिकों में जगी उम्मीद, चंद्रयान मिशन को लेकर फिर बढ़ी दिलचस्पी

उन्होंने ट्वीट करके कहा कि वे कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन टेक्नोलॉजी की खोज करने वाले व्यक्ति को 720 करोड़ रुपये का इनाम देंगे। अब सवाल यह है कि आखिर क्या है कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी (carbon capture technology)? तो आपको बता दें कि वातावरण में फैले या फैलने वाले  कार्बन डाइऑक्साइड को कैप्चर करने की प्रक्रिया ही कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी(carbon capture technology)  है। फैक्ट्रियों और तमाम पावर प्लांट की चिमनियों से निकलने वाले कार्बन डाइऑक्साइड को कैप्चर करके किसी अन्य जगह स्टोर किया जाएगा जिससे वातारण को बचाया जा सकेगा।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने हाल ही में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के नेतृत्व वाली शोध टीम को सबसे तेज डीएनए अनुक्रमण तकनीक का सर्टिफिकेट दिया है। सबसे तेज डीएनए का अनुक्रमण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एक्सीलेरेटेड कंप्यूटर की मदद से किया गया है। यह रिकॉर्ड महज पांच घंटे और दो मिनट में बना है। इस दौरान डॉक्टर्स ने एक रोगी से ब्लड लिया और उसी दिन एक आनुवांशिक डिसऑर्डर मरीज को ठीक किया। आमतौर पर डीएनए अनुक्रमण में एक सप्ताह से भी अधिक का समय लग जाता है। यह शोध 12 मरीजों पर हुआ है जिनमें से पांच मरीज कुछ ही घंटों में ठीक हुए हैं।बता दें कि डीएनए अनुक्रमण के तहत डीएनए अणु के भीतर एडानीन (A), गुआनीन (G), साइटोसीन (C) और थायामीन (T) के क्रम का पता लगाया जाता है। इस शोध में गूगल और (NVIDIA) की भी मदद ली गई है।

अमेरिका में डॉक्टरों की एक टीम ने एचआईवी पीड़ित एक महिला को ठीक कर दिया है। यह पहला मौका है जब स्टेमसेल ट्रांसप्लांट के एक जरिए किसी को इलाज हुआ और इलाज सफल हुआ। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह स्टेमसेल एक ऐसे व्यक्ति ने दान किए थे जिसके अंदर पहले से ही एचआईवी वायरस के खिलाफ कुदरती प्रतिरोधक क्षमता थी।

Tags: acting chief nasaamerican space agency nasacarbon capture technologyJames Webb TelescopeNASANASA Latest newsnasa missionNEWSwithout the help of a telescopeworld's powerful telescope
Previous Post

रेप के आरोपी का पेड़ से लटकता मिला शव, प्रेमिका पर लगा हत्या का आरोप

Next Post

10 मार्च को मोबाइल ऑफ कर विदेश चले जायेंगे अखिलेश : स्वतंत्रदेव

Jai Prakash

Jai Prakash

District Correspondant Siddharthnagar www.24GhanteOnline.com

Related Posts

X's services are down again
Main Slider

X की सर्विसेज एक बार फिर हुई डाउन, कंपनी ने बताई ये वजह

24/05/2025
EOS-09
Tech/Gadgets

ISRO का 101वां मिशन, इस वजह से EOS-09 लॉन्चिंग फेल

18/05/2025
PM Shahbaz Sharif
Tech/Gadgets

मोदी सरकार की पाकिस्तान पर एक और डिजिटल स्ट्राइक, पीएम समेत 16 यूट्यूब चैनल बैन

02/05/2025
Khawaja Asif
Tech/Gadgets

पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का ‘एक्स’ अकाउंट बैन

29/04/2025
YouTube Channels
Main Slider

भारत का डिजिटल एक्शन, शोएब अख्तर समेत पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनलों को किया बैन

28/04/2025
Next Post
swatantradev

10 मार्च को मोबाइल ऑफ कर विदेश चले जायेंगे अखिलेश : स्वतंत्रदेव

यह भी पढ़ें

काशी का विकास देखकर हर कोई अभिभूत है : योगी

17/12/2021
Mahant Narendra Giri

महंत गिरि ने मरने से पहले बनाया था वीडियो, कहा- मुझे मजबूर किया…..

22/09/2021
Talcum Powder

इसका का ब्यूटी रूटीन में ऐसे करें इस्तेमाल

20/07/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version