लखनऊ। डालीगंज चौराहे के पास ठेले के पास लघुशंका कर रहे स्कार्पियो सवारों की हरकत पर फल विक्रेता ने विरोध किया तो उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। हमलावरों ने उसका ठेला भी पलटा दिया। इसके बाद धमकाते हुए पिस्टल लहराते भाग निकले। पुलिस ने जब हमलावरों को पकड़ा तो खुद को पत्रकार बताकर पुलिस पर रौब झाडऩे की कोशिश की। पुलिस ने दो हमलावरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
डालीगंज निवासी पप्पू गुप्ता फल विक्रेता है। शुक्रवार रात चौराहे पर ठेले पर फल बेच रहा था। आरोप है कि इस बीच एक स्कार्पियो रुकी और उससे तीन से चार युवक निकले। दो युवक ठेले के पास ही खड़े होकर लघुशंका करने लगे। विरोध करने पर आरोपित फल विक्रेता पप्पू से गाली-गलौज करने लगे। बात बढ़ती चली गई। इसी बीच आरोपित रंजीत ने असलहे से पप्पू पर फायर झोंक दिया। हालांकि फायर मिस हो गया। इस पर रंजीत ने असलहे के बट से फल विक्रेता के सिर पर कई वार कर दिये। पप्पू घायल होकर लहुलूहान हो गया।
मादक तस्कर को पुलिस ने दबोचा, भारी मात्रा में डायजापाम पाउडर बरामद
झगड़ा होता देख मौके पर तमाम फल विक्रेता एकत्र हो गये। विक्रेताओं ने आरोपितों को चारों तरफ से घेर लिया था। इसी बीच मामले की सूचना पाकर मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने आनन-फानन में घायल पप्पू को इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया और आरोपितों को दबोच लिया।
पप्पू के भाई मनीष की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित शिवलोक त्रिवेणीनगर निवासी रंजीत सिंह और सेक्अर 14 इन्दिरानगर गाजीपुर निवासी मनीष शर्मा के खिलाफ हत्या का प्रयास समेत आधा दर्जन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि आरोपित खुद एक इलेक्ट्रानिक चैनल का ब्यूरो चीफ बता रहे थे। आरोपितों को न्यायालय पेश कर जेल भेज दिया गया है। वहीं अस्तपाल में भर्ती फल विक्रेता की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।
न्यायालय में भी झाड़ते रहे हनक
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित खुद को पत्रकार बताते हुए रौब झाड रहे थे। विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने आरोपितों को न्यायालय में पेश किया। पेशी के दौरान आरोपित बीट इंचार्ज विजय सिंह को वर्दी उतरवाने की धमकी देते रहे।