जम्मू-कश्मीर पुलिस की बस पर सोमवार शाम आतंकी हमले में 2 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। घटना में 12 जवान बुरी तरह घायल हो गए हैं। जेवन इलाके में बाइक सवार आतंकवादियों ने तीनों तरफ से बस को घेरकर फायरिंग की इस वारदात को अंजाम दिया। अब सुरक्षाबलों ने इलाके में पहुंचकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पीएम मोदी ने दुख जताते हुए हमले की पूरी जानकारी मांगी है।
जम्मू कश्मीर में इस पुलिस बल को आमतौर पर लॉ एंड ऑर्डर के लिए तैनात किया जाता है, इसलिए इन जवानों को सिर्फ लाठी और ढाल दी जाती है। वहीं, आमतौर पर एक सशस्त्र पुलिसकर्मी उनके साथ गाड़ी में सवार रहता है।
ड्यूटी से लौट रहे थे जवान
रिपोर्ट के अनुसार, जब पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पूरी करके जेवन स्थित पुलिस मुख्यालय लौट रहे थे, तभी घात लगाकर बाइक सवार आतंकियों ने बस को तीनों तरफ से घेर फायरिंग शुरू कर दी। हथियार न होने से पुलिसकर्मी दहशतगर्दों की इस फायरिंग का जवाब नहीं दे सके। साथ ही, यह बस बुलेट प्रूफ नहीं थी, इसीलिए हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को बचने का मौका नहीं मिल पाया।
PM मोदी ने मांगी रिपोर्ट
इस मामले में बड़ी अहम जानकारी सामने आई है कि जिस बस में जवान सवार थे, वो बुलेटप्रूफ नहीं थी। शुरुआती जानकारी के मुताबिक जवानों के पास हथियार भी नहीं थे। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की जानकारी मांगी है। उन्होंने हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के परिवारों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की है।
कायरतापूर्ण हमला
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है, ‘श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस की बस पर कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे वीर शहीद पुलिसकर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि। हम अपराधियों को सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। घायलों को हर संभव इलाज मुहैया कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। हमारी पुलिस और सुरक्षा बल आतंकवाद की बुरी ताकतों को बेअसर करने के लिए प्रतिबद्ध है।’
बदला लेने की कोशिश!
माना जा रहा कि रंगरेथ, बांदीपोरा, अवंतीपोरा और त्राल इलाके में आतंकियों के खिलाफ हुई बड़ी कार्रवाई के बाद सुरक्षाबलों पर यह हमला किया गया है। घाटी के इन क्षेत्रों में हाल ही में मुठभेड़ हुई हैं और आतंकी ढेर किए गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लश्कर या जैश-ए-मोहम्मद गुट के आतंकी इस हमले में शामिल हो सकते हैं।