दिवाली यानी रोशनी का त्योहार। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से मां लक्ष्मी और गणेश जी का पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। कल यानी 4 नवंबर 2021 दिन गुरुवार को पूरे देश में दिवाली धूमधाम से मनाई जाएगी।
दिवाली की रात लोग धन प्राप्ति के लिए तमाम उपाय करते हैं। ऐसे में कुछ पुरानी परंपराएं ऐसी भी हैं, जिन्हें लोग आज गलत तरीके से निभा रहे हैं। ऐसा ही कुछ मामला जुड़ा है दिवाली की रात जुआ खेलने की परंपरा से। ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि दिवाली की रात क्यों खेला जाता है और इसकी पौराणिक कथा क्या है।
मां पार्वती ने भगवान शिव के साथ खेला था जुआ
ज्योतिषाचार्य करिश्मा कौशिक ने बताया कि दिवाली की रात जुआ खेलने का अलग ही रिवाज है। घर में लक्ष्मी पूजन के बाद परिवार के सदस्य जुआ खेलते हैं। अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या इस रात जुआ खेलना शुभ है या अशुभ। पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन जुआ खेलना शुभ है, लेकिन जुआ पैसा लगाकर खेला जाए तो यह अशुभ होता है। ज्योतिषाचार्य ने कथानुसार बताया कि दिवाली की रात भगवान शिव के साथ मां पार्वती जुआ खेलती थीं, जिसकी वजह से उन दोनों के बीच प्रेम बढ़ गया था। इसलिए जुआ खेलना शुभ माना जाता है।
इस तरह जुआ खेलना अशुभ
ज्योतिषाचार्य करिश्मा कौशिक ने बताया कि जुआ खेलने के दौरान यदि आप पैसे लगाते हैं तो ये आपको बर्बाद कर सकता है। हर युग में जुआ हानिकारक सिद्ध हुआ है। महाभारत के दौरान पांडव जुआ में अपनी सारी धन दौलत, यहां तक कि अपनी पत्नी को भी हार गए थे। वहीं, ग्रहों के हिसाब से देखा जाए तो जुए का संबंध राहु से माना जाता है। यदि राहु अशुभ स्थान पर बैठा है तो ऐसे व्यक्तियों को जुए की लत लग जाती है और ऐसे लोग अपने जीवन में कमाई हुई हर चीज हार सकते हैं।
रूठ जाती हैं मां लक्ष्मी
जुआ खेलना है तो बिना कुछ दांव पर लगाए मनोरंजन के लिए खेलिए। यदि आप इसे अपने परिवार में खेल की तरह खेल रहे हैं तो आपस में प्रेम बढ़ता है, लेकिन भूलकर भी पैसे लगाकर जुआ खेलते हैं तो ये आपके लिए हानिकारक सिद्ध होगा। जुए में पैसा लगाकर खेलने से मां लक्ष्मी भी रूठ जाती हैं और साल भर आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।