हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान गणेश को समर्पित है। हर साल यह त्योहार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणपति बप्पा के जन्मोत्सव (Ganesh Utsav) के रूप में मनाया जाता है।
वैसे तो गणेश चतुर्थी का यह त्योहार पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन मुंबई और महाराष्ट्र में इसकी ज्यादा धूम देखने को मिलती है। यह उत्सव लगातार 10 दिनों तक चलता है। आइए, जानते हैं कि इस बार गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) कब से शुरू हो रहा है।
गणेश चतुर्थी 2024 तिथि
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 3.01 बजे शुरू होगी और अगले दिन यानी 7 सितंबर को शाम 5.37 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) 7 सितंबर, शनिवार से शुरू होगा। इसी दिन गणेश जी की मूर्ति स्थापित की जाएगी।
मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त
7 सितंबर को गणेश चतुर्थी पूजा और मूर्ति स्थापना का शुभ समय सुबह 11.03 बजे से दोपहर 1.34 बजे तक रहेगा। इस तरह गणेश चतुर्थी पूजा और मूर्ति स्थापना का शुभ समय 2 घंटे 31 मिनट होगा। इस दौरान गणपति बप्पा की पूजा की जा सकती है।
इस बार गणेश उत्सव 17 सितंबर, मंगलवार को अनंत चतुर्दशी पर समाप्त होगा। जो लोग घर में गणेश जी की मूर्ति रखकर 10 दिनों तक पूजा करते हैं, वे अनंत चतुर्दशी पर गणेश जी का विसर्जन करेंगे।
इस तरह की मूर्ति की स्थापना करें
– मध्यकाल के किसी शुभ मुहूर्त में गणेश जी की मिट्टी की मूर्ति स्थापित करें, जिसमें उनकी सूंड दाहिनी ओर हो, जनेऊ धारण हो और साथ में एक चूहा भी हो।
– मूर्ति में गणेश जी बैठी हुई अवस्था में होने चाहिए। गणेश जी की मूर्ति घर की उत्तर दिशा या उत्तर-पूर्व कोने में स्थापित करनी चाहिए।
– यह स्थान शुद्ध एवं पवित्र होना चाहिए। गणेश जी की मूर्ति का मुख पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। विसर्जन के समय ही गणेश प्रतिमा को वहां से हटाना चाहिए।









