लखनऊ। इण्टरनेट कालिंग कर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने, टूर पैकेज और गिफ्ट देने का लालच देकर लोगों को ठगने वाले गिरोह का सर्विलांस पुलिस पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से लैपटाप, आधा दर्जन से अधिक सिम कार्ड, फर्जी मुहर समेत अन्य सामान बरामद किया है।
थाना प्रभारी हसनगंज ने बताया कि ठगी का शिकार हुए पीडि़त द्वारा दिए गए दस्तावेजों को सर्विलांस पर लगाया गया था। आरोपितों की लोकेशन राजधानी आ रही थी। सोमवार देर रात पुलिस टीम ने लोकेशन के आधार छापेमारी की कार्यवाई कर आरोपितों को दबोच लिया।
पूछताछ में आरोपितों ने अपना नाम ग्राम पिड़ऊथ घोसी मऊ निवासी अभिषेक कुमार पाल, ग्राम बिजनरवाा बनकट मुबारकपुर आजमगढ़ निवासी अशोक कुमार पाल और रामाजी इन्क्लेव नगली डेरी नजफगढ़ नई दिल्ली निवासी राजकुमार वर्मा बताया है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित मूल रूप से दिल्ली, मऊ और आजमगढ़ के रहने वाले हैं। यहां राजधानी में आमिर नाम के व्यक्ति से स पर्क कर उन्होंने मटियारी चौराहे पर फर्जी कॉल सेण्टर खोला था।
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कॉल सेण्टर में कर्मचारियों की नियुक्ती स्टेट बैंक की फें्रचाइजी के नाम पर की थी। आरोपित फर्जी आईडी लगाकर लिए गए सिम के जरिए लोगों को कॉल करते थे। कभी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने, गिफ्ट और टूर पैकेज देने के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। आरोपित जाल में फंसे लोगों से फर्जी खातों में रुपये ट्रांसफर्र करवा लेते थे। पैसा हांथ लगते ही आरोपित पीडि़त की कॉल रिसीव करना बन्द कर देते थे।
फर्जीवाड़ा फैला है दिल्ली-बिहार तक
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपितो के संबंध दिल्ली व बिहार में चल रहे फर्जी कॉल सेण्टरों से हैं। आरोपित दिल्ली, बिहार के कॉल सेण्टरों के माध्यम से लोगों का डाटा एकत्र करते थे। डाटा के बल पर आरोपित लोगों को इण्टरनेट कालिंग कर उन्हें प्रलोभन देकर अपने जाल में फंसाते थे।