उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इटौंजा इलाके में रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी से गैंगरेप का मामला सामने आया है। पुलिस ने 18 घंटे में मामले का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। लखनऊ (ग्रामीण) पुलिस ने मंडियाव इलाके में बंधक बनाई गई किशोरी को भी मुक्त करा लिया है।
लखनऊ ग्रामीण के इटौंजा थाना क्षेत्र में रहने वाली 14 साल की एक किशोरी रविवार सुबह किसी बात पर अपनी मां से झगड़कर घर से निकल गई। कुछ देर पैदल चलने के बाद उसे एक ई-रिक्शा वाला इकरामुद्दीन मिला जो समझ गया कि किशोरी घर से नाराज़ होकर निकली है। आरोप है कि किशोरी को खाना खिलाने और बाद में नौकरी दिलाने के नाम पर इकरामुद्दीन मंडियाव इलाके के एक कमरे में ले गया, जहां उसने अन्य दोस्तों शकील उर्फ़ छोटू, उत्तम शर्मा, मोहम्मद नफ़ीस, नूर मोहम्मद उर्फ पुन्नू, रीतेश यादव उर्फ भोला को भी बुला लिया। सबने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। आरोपियों ने नाबालिग के साथ मारपीट भी की। बच्ची के परिजनों ने काफी देर तलाशने के बाद इटौंजा थाने एफआईआर दर्ज कराई।
एसपी ग्रामीण हृदयेश कुमार ने बताया कि मुकदमा दर्ज होते ही लखनऊ ग्रामीण की पुलिस ने रास्ते में कई जगह की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई जिसमें ई-रिक्शा चालक के साथ किशोरी दिख गई। इसी फुटेज के आधार पर ई-रिक्शा चालक को तलाशा गया।
ई-रिक्शा चालक इकरामुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने किशोरी का बयान दर्ज कर मेडिकल के लिए भेजा और गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया।