गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) 16 जून को मनाया जाएगा। गंगा दशहरा के खास दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और अमृत सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन शुभ योगों में मां गंगा की पूजा-पाठ करना बेहद शुभ फलदायी होता है। इन शुभ संयोग के बीच में गंगा दशहरे (Ganga Dussehra) का महत्व और बढ़ गया है। इस दिन दान करने से आपके घर में सुख समृद्धि और धन वैभव बढ़ता है।
वराह व शिव पुराण के अनुसार गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) के दिन सत्तू, पंखा, ऋतु फल, सुपारी , गुड़, जल युक्त घड़ा के दान से आरोग्यता, समृद्धि और वंश वृद्धि का वरदान मिलता है।
इस दिन स्नान के बाद दस दीपों को दान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। गंगा दशहरा को गंगा ध्यान व स्नान से क्रोध, लोभ, मोह जैसे हर तरह के पापों से मुक्ति मिलती है।
गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) के शुभ मुहूर्त
गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) पर हस्त नक्षत्र का शुभ मुहूर्त सुबह के 11 बजकर 13 मिनट पर होगी। 11 बजकर 13 मिनट के बाद चित्रा नक्षत्र की शुरूआत हो जाएगी। वरीयान योग का भी निर्माण हो रहा है।
वरीयान योग रात्रि के नौ बजकर तीन मिनट तक रहेगा। इस शुभ मुहूर्त में पूजा-पाठ और दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है।