बांदा। अपने खेत की रखवाली करने गई एक महिला के साथ गांव के दबंगों ने सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape) की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता ने इस मामले में पुलिस में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत नहीं किया। शनिवार को पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी दी।
घटना शहर कोतवाली अंतर्गत एक गांव की है। इसी गांव में रहने वाली अनुसूचित जाति की महिला ने बताया कि मैं 17 नवंबर को सुबह 9.30 बजे अपने लाही व गेहूं के खेत की रखवाली करने गई थी। खेत के पास ही बांस के पेड़ के नीचे मैं चारपाई पर बैठी थी।
तभी गांव के जटाशंकर पुत्र राम किशोर तिवारी, राजा बाबू पुत्र गोविंद उर्फ बलखंडा व ददुआ उर्फ गिरीश पुत्र प्रेम किशोर बांस के पीछे की तरफ से अचानक आए और इनमें से ददुआ ने हाथ पकड़कर तमंचा लगा दिया और उक्त दोनों लोग जटाशंकर वा राजा बाबू ने मेरे साथ दुष्कर्म किया और गालियां देते रहे और मेरे कपड़े भी फाड़ दिए। इसके बाद मेरे चीखने चिल्लाने पर गांव के संतराम त्रिवेदी पुत्र रामखेलावन त्रिवेदी आ गए और उनको ललकारा तो तीनों जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से चले गए।
पीड़िता ने यह भी बताया कि इनका गांव में आतंक है। इनके खिलाफ पुलिस भी कुछ कार्रवाई नहीं करती है। जिससे इनके हौसले बुलंद है। इन तीनों ने मुझे एक बार फिर धमकी दी है कि अगर तुम ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो तुम्हारी बेटियों के साथ भी यही घटना अंजाम दी जाएगी। इनकी धमकियों के कारण मेरी बेटियां स्कूल तक नहीं जा रही है।