नई दिल्ली। जुलाई-सितंबर में देश की अर्थव्यवस्था (Economy) की रफ्तार थोड़ी धीमी रही है। वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी (GDP) की वृद्धि दर 6.3 फीसदी रही है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 8.4 फीसदी रही थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी की वृद्धि दर 6.3 फीसदी रही है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 8.4 फीसदी रही थी। हालांकि, चालू वित्त वर्ष पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 13.5 फीसदी रही थी।
एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक जीडीपी वृद्धि दर से आशय देश की भौगोलिक सीमा में एक निश्चित समय अवधि में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के कुल मूल्य से है। दरअसल विश्लेषकों ने दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर पहली तिमाही के 13.5 फीसदी के मुकाबले आधी रहने का अनुमान जताया था।
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया था, जबकि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की रिसर्च रिपोर्ट में इसके 5.8 फीसदी रहने की संभावना जताई गई थी। इस महीने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आरबीआई ने जीडीपी वृद्धि दर 6.1 से 6.3 फीसदी तक रहने की संभावना जताई थी। हालांकि, चीन की आर्थिक वृद्धि दर इस वर्ष जुलाई-सितंबर तिमाही में 3.9 फीसदी रही थी।