धर्म डेस्क। पितृ पक्ष की शुरुआत हो चुकी है। इन दिनों पितरों को प्रसन्न किया जाता है। पितृ पक्ष में लोग अपने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। ये दिन पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए उत्तम माना जाता है। सिर्फ यही नहीं, पितृ पक्ष का समय पितृ दोष से मुक्ति के लिए भी सर्वश्रेष्ठ माना गया है। अगर व्यक्ति पर पितृ दोष है और वो उससे मुक्ति पाना चाहता है तो पितृ पक्ष में कुछ उपाय अवश्य करने चाहिए। ज्योतिषाचार्य पं. दयानन्द शास्त्री से जानते हैं पितृ दोष से मुक्ति के उपाय। इन उपायों को करने से हमारे पितृ हमेशा हम पर कृपा बनाए रखते हैं।
पितृ दोष के उपाय:
- इन दिनों हमें रोज अपने पितरों को निमित जल, जौं और काले तिल समेत पुष्पों का तर्पण करना चाहिए। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष दूर होता है।
- श्राद्ध पक्ष के दौरान हमें अपने पूर्वजों की पसंद का खाना उनकी मृत्यु तिथि पर किसी ब्राह्मण को जरूर कराना चाहिए। इससे पित्तरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- पितृ पक्ष में अपने पित्तरों के नाम से श्रीमद भागवत कथा, भागवत गीता, गरूड़ पुराण, नारायण बली, त्रिपिंडी श्राद्ध, महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। साथ ही पितृ दोष की शांति भी करानी चाहिए। इससे पितरों को शांति प्राप्त होती है।
- मान्यता है कि अगर श्राद्ध पक्ष में गया जी जाकर अपने पितरों का श्राद्ध किया जाए तो पितृ शांत हो जाते हैं। साथ ही व्यक्ति को पितृ दोष से मुक्ति भी मिलती है।
- कई लोगों को अपने पितरों की मृत्यु तिथि का नहीं पता होता है। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आप सर्व पितृ अमावस्या पर उनका श्राद्ध कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको पितृ दोष से मु्क्ति मिलती है।
- आपको सर्व पितृ अमावस्या और हर अमावस्या पर किसी पवित्र नदी में स्नान अवश्य करना चाहिए। साथ ही किसी योग्य ब्राह्मण से अपने पित्तरों का श्राद्ध भी कराना चाहिए। 13 ब्राह्मणों को भोजन कराकर उन्हें अपने सामर्थ्य के अनुसार दक्षिणा दें।
- इन दिनों कौवों को भोजन जरूर कराना चाहिए। मान्यता है कि इस समय में हमारे पितृ कौवों के रूप में धरती पर उपस्थित होते हैं।
- पितृ पक्ष में गाय की सेवा अवश्य करनी चाहिए। हर दिन गाय को खाना भी खिलाना चाहिए। यही नहीं, किसी गऊशाला में भी दान अवश्य करना चाहिए। पिृर पक्ष में पंचबलि चींटी, कुत्ता, गाय, देवादि ओर कौआ यह अवश्य देनी चाहिए।