लखनऊ पुलिस ने एनकाउंटर में अजीत सिंह हत्याकांड के मुख्य सूत्रधार और शूटर गिरधारी को मार गिराया है। रिमांड पर आया गिरधारी पुलिस अभिरक्षा से फरार होने की कोशिश में मारा गया है।
यह एनकाउंटर विभूति खंड थाना क्षेत्र में हुआ। आपको बता दें कि कुछ दिनों ही लखनऊ के विभूतिखंड के कठौता चौराहे पर मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। घायल अजीत सिंह और उसके साथी मोहर सिंह को लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां डॉक्टरों ने अजीत सिंह को मृत घोषित कर दिया था।
Lucknow: Girdhari, the main shooter involved in the murder case of history sheeter Ajit Singh, shot dead by Police in an encounter earlier this morning. He was trying to escape from Police custody in Vibhuti Khand following which the encounter took place. pic.twitter.com/NlqdoOCGGD
— ANI UP (@ANINewsUP) February 15, 2021
6 जनवरी को लखनऊ के विभूतिखंड में अजीत सिंह की हत्या कर दी गयी थी। इसमें मुख्य शूटर गिरधारी था। उसके साथ पांच अन्य शूटर थे। 11 जनवरी को गिरधारी की दिल्ली में नाटकीय तरीके से गिरफ्तारी हुई थी। हत्या के अन्य राज पता करने के लिए पुलिस ने उसे 13 जनवरी की सुबह 11 बजे रिमांड पर लिया था। उसकी रिमांड 16 जनवरी की सुबह खत्म हो रही थी।
Accused was taken to a location to retrieve weapon. He hit a Policeman there, snatched his gun & ran away. Police chased him. He fired bullets, injuring one. He was asked to surrender but he fired again, got injured in retaliatory firing & died in hospital: Jt Police Commissioner https://t.co/kTb7AEifxU pic.twitter.com/zoi2YOJHe4
— ANI UP (@ANINewsUP) February 15, 2021
शूटर गिरधारी से वाराणसी पुलिस ने भी रविवार को विभूतिखंड कोतवाली में पूछताछ की थी। अजीत की हत्या से पहले वाराणसी में नितेश की हत्या में गिरधारी वांछित था। उस पर तब एक लाख रुपये इनाम भी घोषित हुआ था। इस मामले में साजिशकर्ता और अन्य बदमाशों के बारे में गिरधारी से कई जानकारियां पता करने के लिए वाराणसी पुलिस रविवार दोपहर को लखनऊ पहुंची थी।
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दिल्ली में गिरधारी की गिरफ्तारी के बाद वाराणसी पुलिस दिल्ली गई थी लेकिन उसे रिमांड नहीं मिली थी। लखनऊ की तरह ही गिरधारी वाराणसी कोर्ट में भी नहीं गया था और वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए उसने अगली तारीख ले ली थी। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि गिरधारी के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज थे। उसने पुलिस पर भी गोली चलाई। सहारा अस्पताल के पास उसने भागने का प्रयास किया जिसमें मारा गया। इस हत्याकांड में शूटर रविदेव, मुस्तफा, अंकुर, राजेश तोमर और मददगार विपुल अभी फरार चल रहे हैं।