यूपी बोर्ड की स्थापना के 100वें साल में होने वाली परीक्षा में बेटियों को डबल गिफ्ट मिलेगा। परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 की लाखों छात्राओं को दोहरा फायदा होगा। एक तरफ तो राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त और वित्तविहीन बालिका विद्यालयों को केंद्र निर्धारण की अनिवार्य अर्हताएं पूरी करने पर पहली बार प्राथमिकता के आधार पर सेंटर बनाने की व्यवस्था की गई है।
वहीं दूसरी ओर स्कूल के केंद्र बनने पर बालिकाओं को स्वकेंद्र की सुविधा का भी लाभ मिलेगा। यानि यदि किसी स्कूल में छात्र-छात्राएं दोनों पढ़ते हैं और वह केंद्र बनता है तो उस स्थिति में छात्रों को दूसरे स्कूल में परीक्षा देनी होगी लेकिन छात्राओं को उसी स्कूल में सेंटर आवंटित किया जाएगा।
राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की फाइनल आंसर-की जारी, इस लिंक से करें चेक
स्वकेंद्र वाला नियम पूर्व के वर्षों में भी था। इससे 2021 की परीक्षा में 10वीं एवं 12वीं की 25 लाख से अधिक छात्राओं को लाभ होगा। कोरोना काल में इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या 12 हजार से अधिक होने का अनुमान है।
– परीक्षा केंद्र निर्धारण में बालिका विद्यालयों को देंगे प्राथमिकता
– जो स्कूल सेंटर बनेंगे वहां की छात्राओं को मिलेगा स्वकेंद्र का लाभ
– बालिका विद्यालय में बालक परीक्षार्थियों का आवंटन नहीं किया जाएगा
– बालिका परीक्षार्थियों को जहां स्वकेंद्र/स्थानीय केंद्र की सुविधा न दी जा सके, वहां उन्हें अधिकतम 5 किमी की परिधि के परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने की सुविधा दी जाए
– केंद्र पर एक से अधिक स्कूलों के परीक्षार्थियों को परीक्षा के लिए आवंटित किया जाए