सिद्धार्थनगर। पुलिस टीम ने सर्राफा व्यवसाई सुनील वर्मा हत्या कांड का खुलासा करते हुए घटना को अंजाम देने में संलिप्त 6 अभियुक्तों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए हत्याभियुक्तों के कब्जे से पुलिस टीम ने मृतक स्वर्ण व्यासायी का बाइक सोने चांदी के जेवरात सहित सवा दो लाख रुपए का सामान बरामद किया है।पकड़े गए अभियुक्तों का नाम इरशाद पुत्र नोमान, शहजाद पुत्र हबीबुल्लाह, राहुल पुत्र लालसा, दिनेश कुमार उर्फ मंजे पुत्र किशोरी, हबीबुल्लाह पुत्र अज़ीमुल्लाह तथा जुबैदा पत्नी हबीबुल्लाह है सभी अभियुक्त मोहाना थाना क्षेत्र के गौहनिया गांव के निवासी है। इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक महाजन ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपया नकद इनाम देने की घोषणा किया है।
पुलिस लाइन स्थित सभागार में मंगलवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए पुलिस अधीक्षक डा.अभिषेक महाजन ने बताया कि 5 अप्रैल 2025 की रात में मोहाना थाना क्षेत्र के रहने वाले स्वर्ण व्यवसाई सुनील वर्मा की हत्या कर उसकी लाश बोरे में भरकर सिद्धार्थ नगर थाना क्षेत्र के परसोहिया गांव के पास फेंककर जला दिया था। घटना का खुलासा करने के लिए एसओजी व पुलिस टीम का गठन किया गया था। बीती रात पुलिस टीम को मुखबिर के द्वारा यह सूचना मिली कि स्वर्ण व्यवसाई की हत्या से संबंधित कुछ संदिग्ध नेपाल भागने हेतु आलम नगर बंधा मार्ग से नेपाल जा रहे है। इसी बीच एक मोटर साइकिल पर सवार तीन व्यक्ति तेजी से आते हुए दिखाई दिए जिन्हें रोका गया, तो वह मोटरसाइकिल घुमाकर भागना चाहे, जिसके कारण मोटर साइकिल अनियंत्रित होकर गिर गई। मौके से भागने के लिए अभियुक्त द्वारा पुलिस टीम पर फायर किया गया, जो थानाध्यक्ष मोहाना द्वारा पहनी गई बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगा जिससे वह बाल बाल बच गए। आत्म रक्षा हेतु पुलिस टीम द्वारा भी फायर किया गया, जिससे एक अभियुक्त घायल होकर गिर पड़ा तथा दो अन्य अभियुक्त को पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए दौड़ाकर पकड़ लिया।
पुलिस अधीक्षक डा.अभिषेक महाजन ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्त ने पूछताछ में पुलिस टीम को बताया कि अभियुक्त हबीबुल्लाह अपनी बहन का सोने का हार कुछ महीने पहले बेच दिया था, जिसको अब वापस देने का दबाव था और अन्य कर्ज में भी डूबा था इसलिए हबीबुल्लाह अपने पत्नी व लड़के साथ मिलकर मृतक सूनील वर्मा के सोने का हार किसी भी हाल में लेने के लिए अपने लड़के शहजाद को बताया। शहजाद अपने तीन दोस्तो इरशाद, दिनेश कुमार उर्फ मन्जय़ व राहुल को पच्चीस – पच्चीस हजार रुपये देने का वादा करके उक्त घटना करने के लिए तैयार कर घटना वाले दिन अपने घर पर बुला लिया था। हबीबुल्लाह ने सुनील वर्मा को हार खरीदने के लिए अपने पुराने घर बुला लिया और खुद अपनी पत्नी के साथ पैसा लाने के बहाने अपने पिता के घर चला गया। शहजाद व उसके तीनों मित्रों ने सुनील वर्मा के सिर पर एक लोहे की पाइप से प्रहार कर दिये जिससे सुनील वर्मा की मौके पर ही मृत्यु हो गयी, उसके बाद सुनील वर्मा द्वारा अपने साथ लाये गये सोने का हार व अन्य आभूषण ले लिए थे तथा जमीन पर गिरे खून को पानी से साफ कर दिये। उसकी लाश को चारो लोग एक जूट के बोरे में भऱ कर बाइक पर लाद कर उसको घर के पीछे के रास्ते सुनसान रास्ते से परसोहिया गांव के सिवान में रोड के किनारे फेक कर उसपर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दिये। घटना का खुलास करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष मोहाना अनुप कुमार मिश्रा, एसओजी प्रभारी, उप निरीक्षक जीवन त्रिपाठी, सर्विलांस प्रभारी उप निरीक्षक दिनेश सरोज, मुख्य आरक्षी राजीव शुक्ला, आशुतोष धऱ दूबे, दिलीप कुमार, आरक्षी वीरेन्द्र तिवारी, सत्येन्द्र कुमार, रोहित चौहान, जनार्दन प्रजापति, छविराज यादव, उदय, सिद्धार्थ, राजन, नितीन शामिल रहे।
 
			 
			 
					








