• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

भाग्य के विपरीत होने पर अच्छा कर्म भी बन जाता है कांटा…

Desk by Desk
17/09/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, फैशन/शैली
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लाइफ़स्टाइल डेस्क। आचार्य चाणक्य ने सुखमय जीवन के लिए कुछ नीतियां और अनुमोल विचार व्यक्त किए हैं। इन विचारों और नीतियों को जिसने भी जिंदगी में उतारा वो आनंदमय जीवन जी रहा है। अगर आप भी खुशहाल जीवन की डोर से बंधना चाहते हैं तो इन विचारों को जीवन में जरूर उतारिए। आचार्य चाणक्य के इन विचारों में से एक विचार का आज हम विश्लेषण करेंगे। आज का ये विचार आज का ये विचार भाग्य के विपरीत होने पर है।

“भाग्य के विपरीत होने पर अच्छा कर्म भी दु:खदायी हो जाता है।”  आचार्य चाणक्य

अपने इस विचार में आचार्य चाणक्य ने भाग्य और कर्म का जिक्र किया है। आचार्य चाणक्य की इन लाइनों का मतलब है कि अगर भाग्य आपके साथ न हो तो अच्छा कर्म भी दुख की वजह बन जाता है। यानी कि कई बार मनुष्य अच्छी सोच के साथ कर्म करता है। लेकिन अगर भाग्य साथ नहीं है तो अच्छे कर्म का नतीजा खराब ही मिलता है।

मनुष्य के जीवन में ऐसे मौके कई बार आते हैं। जब वो अच्छी भावना के साथ अपना कर्म करता है। वो ये कर्म कई बार अपने तो कई बार दूसरों की भलाई को लेकर करता है। हालांकि इन कर्मों का फल उससे उसकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं मिल पाता। उसे इस बात की आशा होती है कि उसने जो भी कर्म किया है उसका नतीजा अच्छा ही होगा। हालांकि होता इसके ठीक उलट है। ऐसा भाग्य के कारण ही होता है।

उदाहरण के तौर पर कई लोग दिल के बहुत सच्चे होते हैं। वो दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा आगे रहते हैं। लेकिन समय आने पर सामने वाला व्यक्ति आपके किए गए अच्छे कार्यों के बारे में एक बार भी सोचता नहीं है। यहां तक कि उस व्यक्ति ने उसका जीवन सुधारने या फिर उसकी समय पर मदद की हो, उसका भी एहसास नहीं करता। कई बार तो उसको खरी-खोटी भी सुना देता है। ऐसा तभी होता है जब समय आपके विपरीत हो। ऐसा होने पर अक्सर आपने लोगों के मुंह ये लाइन जरूर सुनी होगी। ये लाइन है- ‘हाथ में जस है ही नहीं।

इसलिए अगर आप कोई कर्म कर रहे हैं तो उसके अच्छे और बुरे दोनों ही परिणामों के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए। अगर आपने आचार्य चाणक्य की इस नीति को अपने जीवन में उतार लिया तो आपका जीवन सुखमय व्यतीत होगा।

Tags: chanakyachanakya nitichanakya niti in hindichanakya niti life lessonschanakya niti quoteschanakya quoteschanakya storiesJeevan Mantrashort note on chanakyaचाणक्य नीतिचाणक्य ने अनमोल विचार
Previous Post

मोरक्को में कोरोना संक्रमित 92 हजार के पार, 72 हजार से अधिक रोगमुक्त

Next Post

यूएई में कोरोना के 842 नए मामले, संक्रमितों की संख्या 81 हजार के पार

Desk

Desk

Related Posts

Makhane Kheer
खाना-खजाना

जन्माष्टमी के व्रत बनाएं मखाने की खीर

15/08/2025
फटी एड़ियां
फैशन/शैली

फटी एड़ियों से छुटकारा पाने के लिए आजमाएं ये उपाय

15/08/2025
Janmashtami
धर्म

जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल को जरूर झुलाएं झूला, जानें इसका महत्व

15/08/2025
धर्म

आपकी मुस्कुराहट में छिपे हैं कई राज, हंसने के तरीके से जानें स्वभाव

15/08/2025
mandir
Main Slider

भूलकर भी इस जगह ना बनाएं मंदिर, हो सकता है बड़ा नुकसान

15/08/2025
Next Post
यूएई में कोरोना

यूएई में कोरोना के 842 नए मामले, संक्रमितों की संख्या 81 हजार के पार

यह भी पढ़ें

Shani Pradosh Vrat

शनि प्रदोष आज इस मुहूर्त में करें पूजा, जानें महत्व

24/05/2025
Natu-Natu

Natu-Natu गीत ने जीता ऑस्कर, पीएम मोदी ने कहा-गर्व है

13/03/2023
murder

अवैध सम्बन्धों में हुई थी फाइनेंसर विकास की हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार

22/12/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version