इटावा से कानपुर जा रही मालगाड़ी ट्रेन हादसे का शिकार हो गई। ट्रेन के लगभग 22 बोगी पटरी से उतर गए और कुछ बोगी पलट भी गई। भोर पहर हुई इस घटना से इलाके में डर का माहौल बन गया। फिलहाल मालगाड़ी खाली थी और कोई जन हानि नहीं हुई है । लेकिन हादसा भयावह रहा और लोग सवारी गाड़ी होने पर हादसे के मंजर की कल्पना कर रहे थे।
कानपुर देहात के अंबियापुर में भोर पहर लगभग चार बजे अचानक धमाकेदार आवाज सुनाई दी, जिसको सुनकर इलाके के लोग जागे और तेज आवाज की तरफ यानी रेलवे ट्रैक की ओर भागने लगे। इलाकाई लोगों ने मौके पर जाकर देखा तो एक मालगाड़ी के कई डिब्बे पटरी से उतरे और पलटे हुए थे। घटना को देख सभी सहम गए क्योंंकि अभी यहां के लोग रूरा ट्रेन हादसे को भुला नहीं पाए हैं।
दरअसल इटावा से कानपुर की ओर जा रही मालगाड़ी शुक्रवार भोर पहर अचानक रूरा स्टेशन के लगभग सात किलोमीटर दूर अंबियापुर में पलट गई। ट्रेन 22 डिब्बे पटरी से उतर गए और पलट गए। सूचना मिलते ही मौके जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय रेलवे प्रशासनइपहुंच गया और घटना की जांच करने लगा। पटरी से उतरे डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए थे। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना बड़ा हादसा है। यह खाली मालगाड़ी इटावा से कानपुर की तरफ़ जा रही थी। ट्रेन पलटने का अभी कोई कारण स्पष्ट नहीं है और न ही कोई अधिकारी कुछ बताने को तैयार है।
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बीते कुछ वर्ष पहले रूरा में एक पैसेंजर गाड़ी पलट गई थी जिसमे दो लोगों की मौत हुई थी और 30 से ज्यादा लोग गंभीर घायल हो गए थे। जिसको लेकर अभी भी यहां के लोग उस सदमे से उभर नही पाए थे। मालगाड़ी पलटने से जनहानि तो नही हुई पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि मालगाड़ी की जगह अगर पैसेंजर गाड़ी होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
मालगाड़ी पलटने से हालांकि जन हानि तो नही हुई पर रेलवे प्रशासन को इससे नुकसान जरूर बहुत होगा। सबसे बड़ी बात तो जिस रूट पर मालगाड़ी पलटी है वह रूट अब प्रभावित होगा और यहां से जाने वाली कई गाड़ियों के आवागमन में परेशानी होगी।