कोलकाता| गूगल इंडिया ने कहा है कि सिर्फ कृत्रिम मेधा ( आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के इस्तेमाल से अर्थव्यवस्था में 500 अरब डॉलर जोड़े जा सकते हैं। साथ ही इससे बेहतर तरीके से बाढ़ का पूर्वानुमान लगाने और बीमारी का पता लगाने में मदद मिल सकती है।
गूगल इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक एवं उपाध्यक्ष संजय गुप्ता ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि कंपनी भारत में अपनी डिजिटल पहुंच के विस्तार पर 10 अरब डॉलर खर्च करेगी। उन्होंने कहा, कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुई चुनौतियों से निपटने और अवसरों का लाभ उठाने के लिए कंपनी ने अपने पास मौजूद सभी साधनों का इस्तेमाल किया है। गूगल ने हाल में रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल अनुषंगी जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.73 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है।
इस साल शेखर सुमन नहीं मनाएंगे आपना जन्मदिन, जानिए क्या है वजह
एआई का मतलब है एक मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना। इसके जरिये कंप्यूटर सिस्टम तैयार किया जाता है, जिसे उन्हीं तर्कों के आधार पर तैयार किया जाता है जिसके आधार पर मानव मस्तिष्क काम करता है। विभिन्न परिस्थितियों में बेहतर ढंग से सोच-समझकर कार्य करने की क्षमता एक मशीन को देना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहलाता है। यह कार्य किसी भी रूप में हो सकता है। जैसे- भाषा समझना, दृश्य देखना, मूवी देखना, शतरंज खेलना आदि।








