गोरखपुर । यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिवसीय गोरखपुर महोत्सव के समापन के अवसर पर 246 फिट ऊंचे तिरंगे और गौतम बुद्ध द्वार का वर्चुअल लोकार्पण किया।
श्री योगी ने महोत्सव के दौरान दस महानुभावों को गोरखपुर रत्न सम्मान से सम्मानित किया। उन्होने गोरखपुर महोत्सव स्मारिका ’अभ्युदय-2021’ का विमोचन किया और महोत्सव में लगे स्टाॅल एवं प्रदर्शनी आदि का अवलोकन भी किया। इसके पश्चात, उन्होंने रामगढ़ताल के निकट 75 मीटर (246 फीट) ऊंचाई के राष्ट्रीय ध्वज तथा पैडलेगंज से सर्किट हाउस रोड पर बनाए गए गौतम बुद्ध द्वार का वर्चुअल लोकार्पण किया।
उन्होने मकर संक्रान्ति एवं खिचड़ी की बधाई देते हुए कहा कि कल वे स्वयं भी बाबा गोरखनाथ जी को खिचड़ी चढ़ाने जाएंगे। कल मकर संक्रान्ति पर्व पर 10 रुपए का डाक टिकट भी जारी होगा, जो गोरखपुर की पहचान होगा। साथ ही, उत्तर प्रदेश सरकार की डिजिटल सूचना डायरी-2021 का लोकार्पण भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 जनवरी को कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अन्तिम प्रहार कोरोना वैक्सीन के साथ प्रारम्भ हो रहा है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले वर्ष का लगभग 80 प्रतिशत भाग हमने कोरोना से लड़ते, जूझते, बचते हुए व्यतीत किया है, लेकिन वर्ष 2021 हमारे लिए शुभ समाचार लेकर आया है। उन्होंने कोरोना वैक्सीन तैयार करने वाले वैज्ञानिकों को बधाई दी।
मध्य प्रदेश : इंदौर में आयकर विभाग का छापा, 50 करोड़ का चला पता
उन्होने कहा कि वैक्सीनेशन प्रत्येक नागरिक के लिए प्रसन्नता प्रदान करने वाला क्षण है। कोविड वैक्सीनेशन प्राथमिकता के क्रम में सभी के लिए उपलब्ध होगा। उन्होंने आह्वान किया कि कोविड वैक्सीनेशन के लिए लोग अपनी बारी का इंतजार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 माह के दौरान सभी ने जिस मर्यादा, संयम और अनुशासन का पालन किया, यही कोरोना पर हमारी विजय का सबसे बड़ा राज है। उन्होंने कहा कि जब खुशखबरी आती है, तो महोत्सव जैसा होता है। गोरखपुर महोत्सव उस खुशखबरी की ही पहली मंजिल है, जिसका आयोजन करने का गौरव गोरखपुर के प्रशासन को प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर महोत्सव के आयोजन में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का पालन किया गया है। उत्साह व उमंग का नाम ही जीवन है, हताशा और निराशा का नहीं।
उन्होने कहा कि गोरखपुर विकास की ऊंचाई छू रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से देश व प्रदेश तरक्की की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2016 में बीमारियों से निजात दिलाने के लिये गोरखपुर को एम्स दिया। वर्ष 2021 में एम्स गोरखपुर व पूर्वांचलवासियों को प्राप्त होगा। गोरखपुर में बन्द पिपराइच चीनी मिल प्रारम्भ हुई है। सड़कों का चैड़ीकरण कार्य तेजी से हो रहा है। चैड़ी सड़कों से जहां आवागमन सस्ता व सहज होता है, वहीं विकास को गति मिलती है। संकरी सड़कों के कारण जाम की स्थिति बनी रहती थी और समय व ईंधन आदि की बरबादी होती थी।