गोरखपुर। काशी के तर्ज पर गोरखपुर में भी इस बार होली पर “मसान की होली” (Massan Holi) होने जा रही है। राप्ती नदी के तट पर पहली बार आयोजित होने जा रहे इस तरह के कार्यक्रम को लेकर आयोजकों में काफी उत्साह है। मसान होली 7 मार्च की शाम 4 बजे राप्ती नदी के तट पर होगी। यानी कि होली (Holi) की पूर्व संध्या पर उत्सव जैसा माहौल देखने को मिलेगा।
गुरु गोरखनाथ आरती आयोजन समिति के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने बताया कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राप्ती नदी के दोनों तट को खूबसूरत और बेहतरीन घाट के रूप में निर्मित किया है। जहां पर काशी की ही तर्ज पर आरती पूजन करने की परंपरा शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में मसान की होली जो काशी की विश्व प्रसिद्ध और आकर्षित करने वाली होली होती है। उसका आयोजन भी इस घाट पर होग। जिसमें विशिष्ट जनों के साथ हजारों की भीड़ के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
पहली बार होगी चिता की राख से होली (Holi)
संजय श्रीवास्तव ने लोगों से इस आयोजन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील किया है। उन्होंने कहा, आनंद के इस क्षण से शहरवासी काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। काशी की मसान होली तो सबने सुनी है, लेकिन उसे देखा कम लोगों ने ही होगा। ऐसे में इस बार यहां मसान होली पहली बार देखने को मिलेगी।
काशी से आएंगे कलाकार
इसके लिए समिति ने वाराणसी से मसान होली खेलने वाले कलाकारों को भी बुलाया है। जोकि भस्म और चिता की राख के साथ तो होली खेलते हुए नजर आएंगे। इस दौरान राप्ती घाट पर एक अद्भुत नजारा भी देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया, मसान की होली में भगवान शंकर का विधिवत पूजन पाठ करके, बनारस के प्रदीप महाकाल ग्रुप के द्वारा कार्यक्रम की शुरूआत की जाएगी।