स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के पास से पुलिस को 20 लाख रुपये के एंटीजन किट बरामद हुई है। इस मामले में स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक काउंसलर समेत तीन अभियुक्त पकड़े गए हैं। यह लोग इसे जरुरतमंदों को महंगे दाम पर बेच रहे थे।
अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने शुक्रवार को यह बताया कि देर रात को चेकिंग के दौरान एक कार को रोककर चेक किया गया। तलाशी के दौरान 82 डिब्बा एंटीजन किट बरामद हुई है। पूछताछ में यह लोग पुलिस को सही उत्तर नहीं दे सकें। इसके बाद पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर सभी को गिरफ्तार कोतवाली लाया गया। बरामद एंटीजन किट के बारे में स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि यह सभी किट सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को कोरोना के संभावित मरीजों की जांच के लिए जारी की गई थी। मौके से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
पकड़े गए अभियुक्तों में मोतीगंज थाना के गांव मदनापुर भान निवासी सुरेंद्र कुमार शुक्ला जो नवाबगंज में पैथोलॉजी लैब चलाता है। जबकि उन्नाव जनपद के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के गांव अजगैन निवासी शिवम सिंह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज पर काउंसलर के पद पर तैनात है। उनका तीसरा साथी वजीरगंज थाना के गांवमझगवां निवासी विनीत सिंह मेडिकल मोबाइल बैन का कर्मचारी है।
विवेचना के दौरान पता चला है कि इसमें अन्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की संलिप्तता है। यह लोग इन जांच कीटों को लखनऊ व कानपुर के अस्पतालों में बेचते थे। अन्य कर्मचारियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ने टीम का गठन किया है, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ आपदा प्रबंधन महामारी अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है।