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सरकार किसानों के साथ बात करने को तैयार, हरसिमरत बोलीं- पहले ही कह चुके हो कानून खत्म नहीं होगा….

सरकार किसानों के साथ बात करने को तैयार, हरसिमरत बोलीं- पहले ही कह चुके हो कानून खत्म नहीं होगा

दिल्ली. कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने आज फिर कहा कि सरकार आन्दोलनकारी किसान संगठनों के साथ खुले मन से चर्चा के लिए तैयार है। तोमर ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि किसान संगठनों को कृषि सुधार कानूनों के जिन प्रावधानों पर आपत्ति है उसे बतायें, सरकार उसका समाधान करेगी।

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उन्होंने कहा कि कृषि सुधार कानूनों से किसानों की आय में वृद्धि होगी और व्यपारियों के बीच प्रतिस्पर्धा बढेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों का सम्मान करती है और उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध करा रही है।

उल्लेखनीय है कि किसान संगठन कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर पिछले सात माह से अधिक समय से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान संगठनों और सरकार के बीच ग्यारह दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन कोई समझौता नहीं हुआ है। किसानो ने आज ही से जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन शुरू किया हैं।

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वहीं शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है. किसान पिछले 8 महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार कहती है कि किसान हमसे बात करें लेकिन क़ानून वापस नहीं होंगे. जब आप ने कृषि क़ानून वापस नहीं लेने है तो किसान आपसे क्या बात करेंगे. बता दें कि दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी नए कृषि क़ानूनों को रद्द किए जाने के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया.

बता दें कि दिल्ली सरकार ने आज ही किसानों को एंट्री की इजाजत दी है। यह परमिशन 22 जुलाई से लेकर 9 अगस्त तक है। प्रदर्शन का समय सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा। दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने शर्तों के साथ प्रदर्शन की मंजूरी दी है।

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भारतीय किसान यूनियन (BKU) के लीडर राकेश टिकैत सिंघु बॉर्डर पहुंच चुके हैं। यहां से 200 किसानों को बस से जंतर-मंतर ले जाया जाएगा, जहां वो किसान संसद लगाएंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि हम मानसून सत्र की कार्यवाही पर भी नजर रखेंगे।

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