नई दिल्ली। डेयरी लाइसेंस के नाम पर ‘मां का दूध’ (Breast/Human Milk) बेचने के मामले में सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। दूध से बने उत्पादों (Milk or Dairy Products) के नाम पर इस तरह के किसी भी प्रोडक्ट की बिक्री करने वाली कंपनी का लाइसेंस रद्द करने साथ ही जरूरत पड़ने पर जरूरी कानूनी कार्रवाई करने के आदेश भी सरकार ने दे दिए हैं। सरकार ने साफ शब्दों में कहा है कि भारत में ‘मां के दूध’ को बेचने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सरकार ने Breast Milk की व्यावसायिक बिक्री के खिलाफ ये बड़ा कदम उठाया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि एफएसएसएआई लाइसेंस (FSSAI license) के तहत दूध या डेयरी उत्पादों के नाम पर ब्रेस्ट मिल्क की बिक्री किए जाने से जुड़ी कोई भी रिपोर्ट मिलती है, तो ऐसे मामले में स्टॉक्स की जब्ती के साथ लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। साथ ही अन्य सख्त कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। FSS Act 2006 और उसके तहत बनाए गए नियमों/विनियमों के प्रावधानों के मुताबिक ऐसे एफबीओ (Food Business Operators) के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि बीते जुलाई महीने में भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने ऐसी ही एक कंपनी पर कार्रवाई करते हुए उसका लाइसेंस रद्द किया था। नियोलैक्टा लाइफसाइंसेज प्राइवेट लिमिटेड (NLPL) नाम की कंपनी भारत में Breast Milk बेचने का काम कर रही थी। कुछ एक्टिविस्टों ने बेंगलुरु की इस कंपनी पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद FSSAI ने कार्रवाई करते हुए इसका लाइसेंस रद्द कर दिया था।
कंपनी ने किया था यह दावा
साल 2016 में स्थापित नियोलैक्टा को मूल रूप से डेयरी उत्पादों की श्रेणी में FSSAI के कर्नाटक कार्यालय से लाइसेंस मिला था। इस पर कार्रवाई करते हुए भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण ने दो टूक कहा था कि भारत में मां के दूध को बेचने की अनुमति नहीं है। वहीं दूसरी ओर कंपनी के एमडी सौरभ अग्रवाल का कहना था कि डोनेट किए गए Breast Milk का उपयोग मुख्य रूप से समय से पहले या बीमार बच्चों के लिए किया जाता है।
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नियोलैक्टा का स्टॉक भी किया था जब्त
इस कंपनी पर कार्रवाई के दौरान अधिकारियों को FSSAI द्वारा बैन सामग्री का स्टॉक भी मिला थी, जिसे जब्त कर लिया गया था। FSSAI कार्यालय की ओर से नियोलैक्टा कंपनी को अपने सभी उत्पादों को बाजार से तुरंत वापस लेने के लिए भी कहा गया था। अब एक बार फिर सरकार की ओर से साफ कर दिया गया है कि देश में Breast Milk के व्यावसायीकरण की अनुमति कतई नहीं दी जाएगी। पूर्व रिपोर्ट्स की मानें तो नियोलैक्टा कंपनी 300 मिलीलीटर फ्रोजन ब्रेस्ट मिल्क के लिए 4,500 रुपये चार्ज करती है।