पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में निर्माण कार्यों की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए आज कहा कि उनकी सरकार ने बंद होने की कगार पर पहुंच चुके निगमों को न केवल पुनर्जीवित किया बल्कि उन्हें कारगर भी बनाया।
श्री कुमार ने शनिवार को यहां एक, अणे मार्ग स्थित नेक संवाद से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भवन निर्माण विभाग द्वारा क्रियान्वित 28 विभागों की 1725 करोड़ रुपये की 264 योजनाओं का उद्घाटन तथा 2548 करोड़ रुपये की 140 योजनाओं का शिलान्यास करने के बाद कहा, जिन्हें 15 वर्षों तक शासन करने का मौका मिला उनके समय में विकास कार्य की क्या स्थिति थी, ये सभी लोग जानते हैं। उनके कार्यकाल के अंतिम वर्ष 2004-05 में भवन निर्माण से संबंधित सिर्फ 22 करोड़ 53 लाख रुपये का बजट में प्रावधान किया गया था।”
कोविड हॉस्पिटल में बुजुर्ग महिला को बेरहमी से पिटा, आरोपी गार्ड गिरफ्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से बिहार के लोगों ने सेवा का मौका दिया है उनकी सरकार ने विकास को अपना लक्ष्य माना है। सरकार न्याय के साथ विकास के पथ पर आगे बढ़ रही है। न्याय के साथ विकास का अर्थ हर इलाके और समाज के हर तबके का विकास है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में कई विकासात्मक कार्य किये गये। साथ ही कानून का राज भी कायम किया गया। भवनों के निर्माण के साथ-साथ उन्नत सड़कों का भी निर्माण कराया गया, विद्यालयों के बेहतर भवन बनाये गये।
श्री कुमार ने कहा कि सरकार में आने के बाद बंद हो रहे निगमों को न केवल पुनर्जीवित किया गया बल्कि उसे कारगर भी बनाया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस से संबंधित भवनों के निर्माण बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड के द्वारा कराया जाने लगा। बिहार चिकित्सा सेवायें एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड द्वारा न सिर्फ स्वास्थ्य विभाग का भवन बनाया गया बल्कि दवा एवं जरूरी उपकरणों की आपूर्ति भी कराई जाने लगी। शिक्षा विभाग के निगम ने विद्यालय, महाविद्यालय के बेहतर भवन बनाये।