नयी दिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बच्चों के प्रति संवेदनशीलता और बाल अधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए बुधवार को कहा कि महिलाओं और बच्चों की मानव तस्करी रोकने के लिए वह संसद में विधेयक पेश करेंगी।
श्रीमती ईरानी ने कोरोना महामारी की वजह से बच्चों पर मड़राते वैश्विक संकट पर चर्चा के लिए आयोजित दो दिवसीय लॉरियेट्स एंड लीडर्स फॉर चिल्ड्रेन सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार बच्चों के हितों को प्राथमिकता देती है। बच्चों और महिलाओं की मानव तस्करी को लेकर संवेदनशील हैं और इस दिशा में कानून बनाने के लिए प्रयासरत हैं। सरकार संसद में मानव तस्करी निरोधी विधेयक लाएगी।
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श्रीमती ईरानी ने कहा,“ कोविड़ से पहले बच्चों को यौन शोषण से बचाने के लिए उनकी सरकार ने कठोर कानून बनाया। इस कानून के तहत चाइल्ड पाेर्नोग्राफी का प्रयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई पर खास ध्यान दिया गया है। अब सरकार बच्चों को कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिल कर हर संभव प्रयास कर रही है। मानव तस्करी रोकने के लिए हर जिले में इकाई बनायी जा रही है।”
उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के प्रति वह गंभीर हैं और उद्योगों की आपूर्ति श्रृंखला बालश्रम मुक्त हो, इस दिशा में सरकार काम कर रही है। लॉकडाउन के दौरान कोविड-19 से प्रभावित बच्चों का चिंता सरकार को है और वह उनकी हर संभव मदद कर रही है।