Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा देकर श्रमिकों के जीवन स्तर में सरकार करेगी सुधार

cm yogi

cm yogi

शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में पारम्परिक उद्योगों व स्थानीय दस्तकारों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की शुरूआत की है। इस योजना के तहत पारंपरिक कार्यो से जुड़े श्रमिकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें टूल किट उपलब्ध कारायी जाएगी। ताकि पारंपरिक रोजगारों के जरिये वे अपने जीवन स्तर को सुधार सकें।

उपायुक्त उद्योग प्रवीण कुमार मौर्य ने बताया कि प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों तथा परम्परागत काशी के विकास हेतु विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना संचालित की गयी है। इस योजना के अन्तर्गत पारम्परिक कारीगरों जैसे बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री आदि हस्तशिल्पियों के आजीविका के साधनों का सुदृढ़ीकरण करते हुए उनके जीवन स्तर में सुधार किया जाएगा।

पीएम मोदी ने मजबूत नेतृत्व से भारत को सशक्त राष्ट्र बनाया : शाह

उक्त योजना के माध्यम से उपरोक्त क्षेत्र के व्यक्तियों, हस्तशिल्पियों को 6 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूर्णतः निःशुल्क एवं आवासीय होगा। प्रशिक्षण अवधि में श्रम विभाग द्वारा समय-समय पर जारी अर्धकुशल श्रमिक के मजदूरी दर के समान दर पर मानदेय प्रदान किया जायेगा। सेवा, व्यवसाय के सफल संचालन हेतु आधुनिकतम तकनीक पर आधारित उन्नत किस्म के टूल किट का वितरण कौशल बृद्धि प्रशिक्षण कार्यक्रम के उपरान्त सभी प्रशिक्षणार्थियों को किया जायेगा। आवेदन पत्र वेबसाइट कपनचउेउम.नचेकब.हवअ.पद पर आनलाइन भरे जायेगें, आफलाइन आवेदन पत्र स्वीकार नही किया जायेगा।

उक्त योजनांतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु आवेदक उत्तर प्रदेश का मूल निवासी हो। आवेदक की न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष है एवं उपरी सीमा का कोई निर्धारण नही है। आवेदक पारम्परिक कारीगरी जैसे बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री अथवा दस्तकारी आदि व्यवसाय से जुडा होना चाहिये। परिवार का केवल एक सदस्य ही योजनांतर्गत आवेदन हेतु पात्र होगा। परिवार का आशय पति अथवा पत्नी से है। योजनांतर्गत पात्रता हेतु जाति एक मात्र आधार नहीं है। योजनांतर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु ऐसे व्यक्ति भी पात्र होंगें जो परम्परागत कारीगरी करने वाली जाति से भिन्न हों।

पिछले 100 वर्षों में सबसे बड़ी महामारी है कोरोना : पीएम मोदी

उपायुक्त उद्योग ने बताया कि आवेदन पत्र दिनांक 10 जून 2021 तक आनलाइन भरे जा सकते है। इसके पश्चात कोई भी आवेदन पत्र स्वीकार नही किया जायेगा। योजना की विस्तृत जानकारी हेतु उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र आजमगढ़ से प्रत्येक कार्यदिवस में सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है।

Exit mobile version