राजधानी लखनऊ से लेकर वाराणसी तक सभी जगह बेबसी का मंजर दिखाई दे रहा है। अस्पतालों में न बेड है और न ऑक्सीजन-दवा। गुरुवार को लखनऊ में बेड न मिलने के कारण एक और कोरोना मरीज की मौत हो गई। उसके परिजन अस्पताल के बाहर रोते-बिलखते रहे। पूरी घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।
गुरुवार को लखनऊ में कोरोना से कब्र खोदने वाले व्यक्ति की मौत हो गई। लखनऊ डालीगंज स्थित कब्रिस्तान में काम करने वाले बाबू की कोरोना के कारण मौत हो गई। उसे इलाज नहीं मिल पाया। पिछले कुछ दिनों से बाबू लगातार कब्र खोद रहा है और कोरोना से जान गंवाने वालों को दफना रहा है।
कोविड अस्पताल के ICU में लगी आग, 13 मरीजों की जलकर मौत
डालीगंज कब्रिस्तान के संचालक उस्मान का कहना है कि आमतौर पर बाबू रोजाना एक कब्र खोदता था, लेकिन कोरोना काल में वह रोजाना 6 कब्र खोद रहा था। उस्मान का कहना है कि जो शव अस्पताल से आते हैं, वह सील होते हैं, लेकिन घर से आने वाले शवों की जांच नहीं होती है, ऐसे में बाबू किसी शव से संक्रमित हुआ होगा।
उस्मान का कहना है कि बाबू को सही समय पर इलाज नहीं मिल पाया, इस वजह से उसकी मौत हो गई। आमतौर पर डालीगंज स्थित कब्रिस्तान में हर रोज एक कब्र खोदी जाती थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के दौरान 6 से 7 कब्र खोदी जाती है। कब्र खुदाई की मजदूरी भी 800 कर दी गई।