धनिये (Green coriander) का प्रयोग सब्जी का स्वाद बढ़ने के लिए किया जाता है या यूं कहे की इसके बगैर सब्जी अधूरी सी लगती है। इसमें कई गुण पाए जाते है जैसे खनिज और विटामिन जो शरीर के लिए फायदेमंद होते है।
इसका (Green coriander) प्रयोग व्यंजनों को सजाने के लिए भी किया जाता है। इसके प्रयोग से नकसीर को दूर करने किया जा सकता है। इसकी वजह से शरीर को कोई नुकसान नही होता है। इसका उपयोग जड़ी बूटी बनाने में भी किया जाता है। इसके बिज़ से बने तेल भी बहुत ही उपयोगी होता है। तो आइये जानते है इसके और फायदों के बारे में…….
# पाचन तन्त्र को सुधारने में
धनिया (Green coriander) गैस से छुटकारा दिलाने और पाचन तंत्र को ठीक करने में मदद करता है। इसके लिए 2 कप पानी लेकर उसमें जीरा और धनिए के पत्ते डालें। इसके बाद चाय की पत्ती और सोंफ डालकर 2 मिनट तक उबालें।
# आँखों की जलन दूर करने मे
धनिया (Green coriander) आंखों की जलन को दूर करता है। इसके लिए एक प्रकार का चूर्ण तैयार करना पड़ेगा। चूर्ण तैयार करने के लिए सौंफ, मिश्री तथा धनिये के बीजों को बराबर मात्रा में लेकर उसे पीस लें। अब इस चूर्ण को भोजन के बाद खाएं। 6 ग्राम चूर्ण का सेवन करने से आँखों व हाथ पैरों की जलन से छुटकारा पाया जा सकता है।
# नकसीर को दूर करने में
नकसीर में आराम पाने के लिए धनिये का इस्तेमाल किया जा सकता है। हरे धनिये की 20 ग्राम पत्तियां लें, अब इसमें लगभग चुटकी भर कपूर मिला लें। इसके बाद इनको पीस लें, इससे बने रस को छान कर अलग कर लें। रस की दो बूंदों को नाख के दोनों छिद्रों में दोनों तरफ टपका लें, साथ ही रस को माथे पर लगा कर हल्का मलने पर नाख से निकलने वाला खून तुरंत ही बंद हो जाता है।
# मधुमेह रोगियों के लिए
धनिये का इस्तेमाल त्वचा के लिए बहुत ही असरदायक साबित होता है। धनिया का सेवन खून में इन्सुलीन की मात्र को नियंत्रण में रखता है। धनिये के इस्तेमाल से मधुमेह को भी खत्म किया जा सकता है। धनिये का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है।