गोरखपुर। जिले के करीमनगर चरगांवा स्थित ग्रीनलैंड हॉस्पिटल (Greenland hospital) में पांच मार्च को जिन तीन बच्चों को वैक्सीन लगाई गई थी, उसमें से दूसरे नवजात की भी रविवार को मौत हो गई। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में नवजात का इलाज चल रहा था। वहीं, तीसरे नवजात की हालत भी गंभीर बताई जा रही है।
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के आरोप में रविवार देर शाम अस्पताल को एसीएमओ और अपर सिटी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में सील कर दिया है।
बता दें कि मासूम का इलाज छह मार्च से मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के आईसीयू में चल रहा था। मामले में नवजात के परिजनों ने चिलुआताल थाने में ग्रीनलैंड हॉस्पिटल (Greenland hospital) और बीआरडी मेडिकल कालेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधीर गुप्ता के खिलाफ तहरीर दी है।
शाहपुर के रहने वाले शिशांत चार्ल्स ने चिलुआताल पुलिस को दी गई तहरीर में बताया है कि पांच मार्च को उनकी पत्नी की डिलीवरी ग्रीनलैंड हॉस्पिटल में हुई। बच्चा स्वस्थ था। नवजात को दो अन्य बच्चों के साथ टीका लगाया गया। इसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ गई। नवजात को इलाज के लिए उसी समय मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के आईसीयू में भर्ती किया गया, जहां रविवार को उसकी मौत हो गई। शिशांत की भाभी बीआरडी मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स हैं।
तीन टीके लगाए गए थे
शिशांत चार्ल्स ने बताया कि अस्पताल में नवजात को तीन टीके लगाए गए थे। इसमें ओरल पोलियो वैक्सीन, हेपिटाइटिस-बी और बीसीजी का टीका शामिल है। इन्हीं तीनों में से किसी एक टीके का रिएक्शन हुआ है। इसी वजह से नवजात की मौत हुई है।
हॉस्पिटल सील
स्वास्थ्य विभाग ने दूसरे नवजात की मौत के बाद रविवार देर शाम एसीएमओ डॉ. एके चौधरी, अपर सिटी मजिस्ट्रेट की देखरेख में ग्रीन लैंड हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर प्राइवेट लिमिटेड को सील कर दिया है। सील करते वक्त हॉस्पिटल में आठ मरीज भर्ती थे। चार मरीज अपनी इच्छा से निजी अस्पताल चले गए। जबकि चार मरीजों को स्वास्थ्य विभाग ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज भिजवाया है।
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जांच के लिए पहुंची कमेटी ने बच्चे को लगे तीनों टीके को कब्जे में ले लिया है। यह टीका फाॅरेंसिक जांच के लिए ड्रग विभाग के सहयोग से लखनऊ भेज दिया गया है। सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि टीका कहां से आया, किस कंपनी का है, कोल्ड चेन मेंटन किया गया है या नहीं? इसकी जानकारी टीम ने की है। फॉरेंसिक जांच के बाद टीके के बारे में सही जानकारी मिलेगी।