प्रतापगढ़ जनपद न्यायालय में शुक्रवार को दस करोड़ की अबैध शराब के मामले में वांछित आरोपित शराब माफिया गुड्डू सिंह ने अदालत में सरेंडर किया है। आरोपित को कोर्ट ने जिला कारागार भेज दिया। पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी रह गई।
लगभग डेढ़ माह पहले एडीजी जोन प्रयागराज की अगुआई में हथिगवां के नौबस्ता में शराब की फैक्ट्री से दस करोड़ की शराब और केमिकल उपकरण बरामद किए गए थे।
मामले में एडीजी ने बताया था कि बलीपुर के प्रधान गुड्डू सिंह पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस खोज में लगी रही। लेकिन पुलिस के हाथ गुड्डू नहीं आया था। वहीं, अब जेल जाने से पहले गुड्डू ने खुद को बेकसूर बताया है।
राजनीति का शिकार होने और जोन के बड़े अफसर पर गम्भीर आरोप लगाते हुए गुड्डू ने बताया कि जोन के बड़े अफसर की डिमांड को पूरी न कर पाने से उसे फंसाया गया है। वहीं, नगर कोतवाली इलाके में पकड़ी गई शराब में भी इसी बड़े अफसर का नाम आया और उसका नाम निकालने का भी आरोप लगाया है। गुड्डू के बयान ने एक बार फिर पुलिस के बड़े अफसरों को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
बता दें कि इससे पहले भी कानपुर के बिकरु कांड के अलावा भी अफसरों की संदिग्ध भूमिका सामने आ चुकी है। बड़ा सवाल यह है कि आखिर क्या सूबे में बड़े-बड़े अफसर भी अवैध कारोबार में संलिप्त है और आखिर कब ऐसे अफसरों पर कार्रवाई होगी।