भारतीय ज्योतिष में ग्रहों के राशि परिवर्तन के कारण अलग-अलग योग व दोष निर्मित होते हैं, जिनका मानव पर गहरा असर होता है। इसमें हम अक्सर Guru Chandal Dosh के बारे सुनते हैं। पंडित आशीष शर्मा यहां गुरु चांडाल दोष के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
भारतीय ज्योतिष में गुरु ग्रह को बहुत ही प्रभावकारी ग्रह माना गया है। जीवन में सफलता और असफलता गुरु ग्रह की स्थिति पर निर्भर करता है।
ज्योतिष के मुताबिक, Guru Chandal Dosh को अशुभ योग माना गया है। यह अनिष्टकारी योग राहु और बुद्धि के देवता गुरु ग्रह के युति से बनता है। Guru Chandal Dosh के कारण जातकों के जीवन में बहुत ही नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं और जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
कब और कैसे बनता गुरु चांडाल दोष (Guru Chandal Dosh)
गुरु चांडाल योग (Guru Chandal Dosh) को ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही विनाशकारी योग माना जाता है। गुरु चांडाल योग बृहस्पति ग्रह और राहु ग्रह की युति से बनता है। जब ये दोनों ग्रह किसी एक राशि में मौजूद होते हैं तब यह विनाशकारी और अशुभ योग बनता है। कुंडली के अशुभ दोषों में से गुरु चांडाल दोष को भी बहुत नुकसानदायक माना जाता है। किसी भी जातक की कुंडली में राहु और बृहस्पति के एक साथ होने से गुरु चांडाल दोष का निर्माण होता है। ज्योतिष के अनुसार, इस दोष के कारण कुंडली के अन्य शुभ योग नष्ट हो जाते हैं, जिसके कारण व्यक्ति के अपने जीवन में अत्यंत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। गुरु चांडाल दोष के कारण व्यक्ति का धन व्यर्थ के कार्यों में खर्च होता है साथ ही ऐसे व्यक्ति को पाचनतंत्र से जुड़ी गंभीर समस्याएं होने की आशंका रहती है।
कुंडली में गुरु चांडाल योग (Guru Chandal Dosh) के संकेत
– जब भी किसी जातक की कुंडली में गुरु चांडाल योग बनता है तो व्यक्ति के मान-सम्मान में गिरावट देखने को मिलती है।
– अचानक से व्यापार और नौकरी में व्यक्तियों के हाथों से गलतियां होने लगती है जिससे व्यक्ति को काफी नुकसान होता है।
– गुरु- राहु की युति से बनने वाला गुरु चांडाल योग में अगर राहु का पक्ष बलवान है तो व्यक्ति गलत संगत में पड़ जाता है। ऐसे लोग जुआ और नशा करने लगते हैं।
– कुंडली में गुरु-चांडाल योग (Guru Chandal Dosh) होने से व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति धीरे-धीरे खत्म हो जाती है।
– गुरु चांडाल योग से व्यक्ति को धन हानि और मानसिक परेशानियां बढ़ने लगती हैं।
गुरु चांडाल दोष (Guru Chandal Dosh) के प्रभाव से बचने के उपाय
यदि किसी की कुंडली में गुरु चांडाल दोष (Guru Chandal Dosh) लगा हो तो उसे प्रत्येक गुरुवार के दिन बृहस्पतिदेव और भगवान श्री हरि विष्णु का पूजन करना चाहिए। बृहस्पतिवार के दिन पीली चीजों से गुड़, चने की दाल आदि का दान करना चाहिए।
गाय को पीला भोजन करवाना चाहिए। इसके अलावा प्रतिदिन गायंत्री मंत्र या ऊं गुरुवे नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
मान्यता है कि इससे गुरु चांडाल योग के अशुभ प्रभावों से मुक्ति प्राप्त होती है।