ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को सबसे तेजी से चलने वाला ग्रह माना जाता है। यह सिर्फ ढाई दिन ही एक राशि में रहता है। जिससे वह हर 15 दिन बाद दोबारा उसी राशि में प्रवेश करता है। चंद्रमा की इस राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशि के लोगों पर अलग-अलग तरह से पड़ता है। साथ ही कई बार एक से ज्यादा ग्रह भी एक ही राशि में आ जाते हैं जिससे अलग-अलग तरह के योगों का निर्माण होता है। उसी तरह इस बार चंद्रमा और गुरु एक ही राशि में प्रवेश करने वाले हैं जिससे गजकेसरी राजयोग (Gajakesari Yoga) का निर्माण होगा। ज्योतिष में यह योग बहुत ही शक्तिशाली और शुभ माना जाता है।
कब बनेगा गजकेसरी राजयोग (Gajakesari Yoga) ?
पंचांग गणना के अनुसार 13 दिसंबर को दोपहर 1 बजकर 18 मिनट पर चंद्रमा वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे, जहां पहले से ही देवगुरु बृहस्पति विराजमान हैं। जिसके बाद चंद्रमा-गुरु की युति से गजकेसरी राजयोग (Gajakesari Yoga) का निर्माण होगा।
इन राशि वालों को होगा लाभ
चंद्रमा और देव गुरु की युक्ति वृषभ राशि वालों के लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकती है। क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 13 दिसंबर को वृषभ राशि के लग्न भाव में गजकेसरी राजयोग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को मनचाही नौकरी मिलने के योग बन रहे हैं। व्यापार में भी खूब लाभ मिल सकता है। रुका हुआ धन वापस मिल सकता है। इसके अलावा परिवार के साथ सुखमय समय बितेगा। इसके अलावा वैवाहिक जीवन में तालमेल बढ़ेगा और अविवाहित को विवाह के प्रस्ताव भी मिल सकता है।
कन्या राशि
गुरु और चंद्रमा की युक्ति कन्या राशि वालों के लिए भी बहुत लाभकारी हो सकती है। इन राशि वाले जातकों को परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। कामकाज में सफलता मिलेगी। अधूरे काम पूरे होंगे। करियर-कारोबार में लाभ के योग बनेंगे। वैवाहिक जीवन में तालमेल और खुशियां बढ़ेगी। इसके अलावा समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा।
वृश्चिक राशि
गजकेसरी राजयोग (Gajakesari Yoga) से वृश्चिक राशि वालों को हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी। इसके साथ ही अपार धन लाभ की संभावना है। कारोबार में तरक्की मिलने के साथ किसी नए कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। जीवन साथी के साथ अच्छा समय बीतेगा। वहीं संतान की ओर से कोई अच्छी खबर मिल सकती है। इसके अलावा परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे।