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इस जिले में एक साल रहा पटना ब्लास्ट का आरोपित हैदर

पटना के सीरियल ब्लास्ट का आरोपित हैदर अली ने कटरा कोतवाली के पीछे स्थित छोटा मीरजापुर मोहल्ला निवासी एक व्यक्ति के मकान में रहकर बम बनाने का काम किया था। यहीं पर रहकर उसने जनपद के बल्ली अड्डा निवासी अहमद अंसारी व फखरूददीन निवासी अमानगंज से दोस्ती बढ़ाकर उनको जेहाद के लिए बरगलाया था। उनके बहकावे में आने के बाद हैदर ने अहमद अंसारी को पटना तक बम ले जाने के लिए ट्रेनिंग दी थी। उन्हें बताया कि किस तरह से वे यहां से बम को पटना तक ले जाकर रैली में पहुंचाएंगे। वहां पर उनके कुछ लोग पहले से मौजूद रहेंगे जो बम को मंच तक ले जाकर ब्लास्ट करने का काम करेंगे।

झारखंड निवासी हैदर अली कोतवाली के पीछे करीब एक साल तक रहकर बम बनाने व लोगों को प्रशिक्षण देने का काम करता रहा, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। उसने बम बनाने के लिए प्रयागराज निवासी अनिल कुमार व बरकछा निवासी राजू से विस्फोटक पदार्थ लिया था। हैदर के साथ मिलकर अहमद समेत तीन आतंकी खानेे के डिब्बे में बम लेकर ट्रेन से पटना गए थे। ये सभी 27 अक्टूबर 2013 को पटना के गांधी मैदान में आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा में पहुंचे थे। वे धीरे-धीरे मंच पर जा रहे थे, इसी बीच सुरक्षा कर्मियों की नजर उन पर पड़ी तो वे आतंकियों को रोकने लगी।

इसी दौरान इन लोगों ने लिए हुए कई बम को ब्लास्ट कर दिया। इसमें छह लोगों की जान गई थी जबकि 20 से अधिक लोग जख्मी हुए थे। मामले की जांच एनआइए के हाथों में गई तो उन्होंने पांच आतंकियों का लोकेशन मीरजापुर में आया। इसमें हैदर अली, अहमद अंसारी, फखरूददीन समेत अन्य शामिल हैं।

18 फरवरी 2014 को एनआइए की टीम जनपद में इनको पकड़ने पहुंची। एक दिन रूकने के बाद 19 फरवरी को अमहद अंसारी, फखरूददीन को गिरफ्तार कर लिया। शाम को बरकछा निवासी राजू व प्रयागराज निवासी अनिल को भी दबोच लिया गया। सभी को 20 फरवरी को सीजीएम कोर्ट में कर उन्हें रिमांड पर लेने की मांग गई। कोर्ट ने उनको रिमांड पर दे दिया। एनआइए कोर्ट में मामला चलने पर न्यायालय ने राजू व प्रयागराज निवासी अनिल तथा फखरूददीन को बरी कर दिया था। वहीं अहमद अंसारी हैदर सहित नौ को दोषी पाते हुए सोमवार को सजा सुना सुनाई।

पटना ब्लास्ट का तार जनपद से जुड़ने पर सभी हुए थे हैरान

पटना ब्लास्ट का तार जनपद के लोगों से जुड़ने पर सभी हैरान हो गए थे। किसी को यकीन नहीं था कि प्रदेश में सबसे शांत माने जाने वाले मीरजापुर जिले के कुछ लोग इस घटना में शामिल हो सकते हैं। अहमद अंसारी आटो चलाने का काम करता था। जिस समय घटना हुई थी, उसी से कुछ समय पहले उसकी शादी हुई थी। गिरफ्तारी के दिन उसकी पत्नी ने एक बेटी जन्म दिया था।

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