देहरादून। हल्द्वानी (Haldwani Violence) में आठ फरवरी को हुई हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक (Abdul Malik) शनिवार को उत्तराखंड पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। उत्तराखंड पुलिस काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी। उत्तराखंड पुलिस ने अब्दुल मलिक की दिल्ली से गिरफ्तारी की है।
बताते चलें कि बनभूलपुरा में आठ फरवरी को हुए बवाल में मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मलिक (Abdul Malik) को बनाया गया था। इसी आधार पर पुलिस व प्रशासन कार्रवाई में जुटा है। जिस जगह नगर निगम व प्रशासन अतिक्रमण तोड़ने गया था, वह जगह अब्दुल मलिक (Abdul Malik) के ही कब्जे में थी। उस समय हुए पथराव और आगजनी में नगर निगम की 2.44 करोड़ रुपये की संपत्ति को क्षति पहुंची है।
नगर निगम ने इसकी भरपाई के लिए अब्दुल मलिक (Abdul Malik) को नोटिस भी भेजा था, लेकिन इसका कोई जवाब नहीं मिला। अब तहसील के जरिये वसूली की प्रक्रिया शुरू हो गई है। तहसीलदार सचिन कुमार (Tehsildar Sachin Kumar) ने बताया कि वसूली की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सात दिन का नोटिस दिया गया है। जवाब नहीं मिलने पर अचल संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी से 2.44 करोड़ की वसूली करेगा नगर निगम
बता दें कि हल्द्वानी नगर निगम ने कुछ दिनों पहले ही कार्रवाई करते हुए 8 फरवरी को हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक के खिलाफ सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के आरोप में वसूली का नोटिस जारी किया था। यह वसूली नोटिस कुल 2.44 करोड़ रुपये का था, जिसमें मलिक के समर्थकों पर ‘मलिक का बगीचा’ में अतिक्रमण हटाने गई टीम पर हमला करने और नगर निगम की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने की बात कही गई है। नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार बुलडोजर, ट्रैक्टर, यूटिलिट वाहन, गारबेज टिप्पर, बोलेरे वाहन, ट्राली समेत तमाम तरह के उपकरण नष्ट हो गए थे।
लोकसभा चुनाव लड़ चुका है आरोपी अब्दुल मलिक
आरोपी अब्दुल मलिक मोटा पैसा जमा करने के बाद नेता बनने का सपना देखा था। वह साल 2004 में फरीदाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ने के लिए बसपा से टिकट लाकर चुनाव भी लड़ चुका है।
Haldwani Violence: हथियारों सहित 25 और गिरफ्तार, मुख्य आरोपी की तलाश जारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मलिक को नामांकन के अंतिम दिन टिकट मिला था और नॉमिनेशन फाइल करने के दौरान उसके साथ 100 लोगों की टीम थी। इस चुनाव में उसे हार का सामना करना पड़ा था। उस साल इस सीट से कांग्रेस को जीत मिली थी। तब फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में मेवात भी शामिल था।