ऑनलाइन टेस्ट में दसवीं और 12वीं के 90 फीसदी विद्यार्थी को 95% के ऊपर अंक आए। लेकिन स्कूल खुलने के बाद जब क्लास टेस्ट लिया गया तो 40% विद्यार्थी ही 90% अंक तक पहुंच पाए। बोर्ड परीक्षा के लिए 60%छात्र ही अभी तैयार हैं। यह स्थिति पटना के किसी एक स्कूल की नहीं बल्कि ज्यादातर स्कूलों की है। कई स्कूलों में प्री बोर्ड लिया तो उसमें भी छात्र अच्छा नहीं कर पाए।
चार जनवरी से नौंवी से 12वीं तक के स्कूल खोले गए। करीब एक महीने कक्षा चलने के बाद छात्रों का टेस्ट लिया गया। लिये गये टेस्ट में आधे से अधिक छात्र फेल हो गये हैं। छात्रों का यह परफार्मेंस देखकर स्कूलों की चिंता बढ़ गयी है। अब स्कूल द्वारा विभिन्न तरह से छात्रों को तैयारी करवायी जा रही है।
कई स्कूलों ने शुरू किया ब्रिज कोर्स:
बोर्ड परीक्षार्थी की तैयारी बेहतर हो। मार्च तक सारे सिलेबस पूरे कर लिए जाएं, इसके लिए कई स्कूलों ने ब्रिज कोर्स शुरू किया है। 20 दिनों के ब्रिज कोर्स में बोर्ड परीक्षा की पूरी तैयारी करवायी जा रही है।
सेंट माइकल हाई स्कूल के गणित के शिक्षक संजय कुमार ने बताया कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी पर पूरी तरह से फोकस किया जा रहा है। 30 फीसदी सिलेबस को कम कर अभी पढ़ाई हो रही है। हर चैप्टर की पढ़ाई के बाद टेस्ट लिया जाता है।
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वहीं, शिक्षिका पुष्पा सिंह ने बताया कि ब्रिज कोर्स में उन्हीं चैप्टर पर ध्यान दिया जा रहा है जो बोर्ड परीक्षा के सिलेबस में शामिल हैं।
अभिभावकों ने शुरू की काउंसिलिंग
ऑनलाइन परीक्षा के समय छात्र नकल नहीं करें। इसके लिए कई स्कूलों ने अभिभावकों की काउंसिलिंग शुरू की है। इसमें अभिभावकों को ऑनलाइन परीक्षा में स्कूल का साथ देने की सलाह दी जाती है। वहीं, उन अभिभावकों का उदाहरण दिया जाता है, जिन्होंने ऑनलाइन परीक्षा में बच्चे को नकल नहीं करने दी।
सिस्टर सेरेना (प्राचार्य, माउंट कार्मेल हाईस्कूल) ने कहा, ऑनलाइन परीक्षा में छात्राओं का रिजल्ट अधिक बेहतर था। ऐसे में बोर्ड परीक्षार्थी के लिए निश्चितता थी। लेकिन अब जब ऑफलाइन टेस्ट लिया गया तो 50 फीसदी छात्राओं को काफी अंक आएं। अब विशेष कक्षाएं दी जा रही हैं।
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मेरी अल्फांसो (प्राचार्य, डान बास्को एकेडमी) ने कहा, ऑनलाइन परीक्षा में 90 फीसदी छात्रों को अच्छे अंक आए। लेकिन अब जब स्कूल में ऑफलाइन परीक्षा ली जा रही है तो छात्रों का परफार्मेंस बढ़िया नहीं है। इससे हमारी चिंता बढ़ गयी है। बोर्ड के छात्रों का यह हाल रहेगा तो फिर इसका असर बोर्ड रिजल्ट पर भी होगा।