कुंभ स्नान में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है। गंगाजल स्नान के लिए स्वच्छ है। ऋषिकेश से हरिद्वार तक गंगाजल स्नान के लिए मानक के अनुरूप है। कुंभ मेले से पहले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) की ओर से की गई जांच में यह तथ्य सामने आया है। पीसीबी ने इस बारे में रिपोर्ट जारी की। हरिद्वार कुंभ से पहले एनजीटी ने गंगाजल की नियमित निगरानी के निर्देश दिए हैं। इसके चलते पीसीबी ने मकर संक्रांति के बाद गंगा जल की कई मानकों पर दस जगह पर शुद्धता जांची।
रिपोर्ट में सामने आया कि स्नान के बाद गंगाजल में प्रदूषण जरूर बढ़ा, मगर यह नहाने के लिए तय मानकों से काफी कम है। यानी स्नान के लिए गंगाजल स्वच्छ है।
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हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा में पिछले साल सितंबर-अक्तूबर में काफी प्रदूषण था। इसमें पीएच 8.31 तक पहुंच गया था। जबकि, टोटल कालीफार्म 140 तक पहुंच गया था। डीओ नौ तक आ गया था, जो तय मानक के अनुसार प्रदूषण की श्रेणी में आता है।
लॉकडाउन के बाद अचानक सब कुछ खुलने को इसकी वजह माना गया था, लेकिन बाद में एनजीटी और पीसीबी की सख्ती एवं आम लोगों की कम आवाजाही के चलते प्रदूषण घटा है।
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मकर संक्रांति स्नान के बाद ऋषिकेश से लेकर हरिद्वार तक गंगाजल के नमूने लिए गए थे। इन्हें कई मानकों पर परखा गया। गंगाजल सभी जगह स्नान के लिए पूरी तरह स्वच्छ और सुरक्षित है। कुछ जगह थोड़ा प्रदूषण बढ़ा है, पर वो मानकों से काफी कम है।