Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

साइंस, टेक्नॉलॉजी और इनोवेशन में जल्दबाज़ी का कोई स्थान नहीं : पीएम मोदी

पीएम मोदी PM Modi

पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईआईटी खड़गपुर के 66वें दीक्षांत समारोह को वर्चुअल संबोधित करते हुए नए इको सिस्टम में नए लीडरशिप की जरूरत पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन आईआईटी खड़गपुर के सिर्फ उन विद्यार्थियों के लिए अहम नहीं है, जिनकों डिग्री मिल रही है। आज का दिन नए भारत के निर्माण के लिए भी उतना ही अहम है।

किसानों के लिए धर्मेंद्र का छलका दर्द, बोले- धरती से बेदखल कर, अपनों ने दिया सदमा

पीएम ने छात्रों से कहा कि इंजीनियर होने के नाते एक क्षमता आप में विकसित होती है और वो है चीजों को पैटर्न से पेटेंट तक ले जाने की क्षमता है। यानि एक तरह से आप में विषयों को ज्यादा विस्तार से देखने की दृष्टि होती है। छात्रों से पीएम मोदी ने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए आपको भविष्य का अनुमान भी लगाना चाहिए। छात्रों को उन आवश्यकताओं पर काम करना चाहिए जो 10 साल बाद पैदा हो सकती हैं, भविष्य के लिए नवाचार कर रही हैं।

पीएम मोदी ने सेल्फ थ्री का दिया मंत्र

छात्रों से पीएम मोदी ने कहा कि जीवन के जिस मार्ग पर अब आप आगे बढ़ रहे हैं, उसमें निश्चित तौर पर आपके सामने कई सवाल भी आएंगे। ये रास्ता सही है, गलत है, नुकसान तो नहीं हो जाएगा, समय बर्बाद तो नहीं हो जाएगा? ऐसे बहुत से सवाल आएंगे। इन सवालों का उत्तर है- सेल्फ थ्री। यानी सेल्फ अवरनेस, सेल्फ कॉन्फिडेंस और सेल्फनेस। आप अपने सामर्थ्य को पहचानकर आगे बढ़ें, पूरे आत्मविश्वास से आगे बढ़ें, निस्वार्थ भाव से आगे बढ़ें।

आईआईटी खड़गपुर के दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि आप सभी, साइंस, टेक्नॉलॉजी और इनोवेशन के जिस मार्ग पर चले हैं। वहां जल्दबाज़ी के लिए कोई स्थान नहीं है। आपने जो सोचा है, आप जिस इनोवेशन पर काम कर रहे हैं। संभव है उसमें आपको पूरी सफलता न मिले, लेकिन आपकी उस असफलता को भी सफलता ही माना जाएगा, क्योंकि आप उससे भी कुछ सीखेंगे। 21वीं सदी के भारत की स्थिति भी बदल गई है, ज़रूरतें भी बदल गई हैं और महत्वकांक्षाएं भी बदल गई हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब आईआईटी को इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ टेक्नॉलॉजी ही नहीं, Institutes of Indigenous Technologies के मामले में अगले स्तर पर ले जाने की जरूरत है। आप ये जानते हैं कि ऐसे समय मे जब दुनिया क्लाइमेंट चेंज की चुनौतियों से जूझ रही है, भारत ने इंटरनेशनल सोलर अलायन्स (ISA) का विचार दुनिया के सामने रखा और इसे मूर्त रूप दिया। आज दुनिया के अनेक देश भारत द्वारा शुरू किए गए इस अभियान से जुड़ रहे हैं।

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव है और उससे पहले पीएम मोदी युवाओं के साथ ये संवाद कर रहे हैं. हाल ही में पीएम मोदी ने विश्वभारती यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को भी संबोधित किया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते दिन भी पश्चिम बंगाल में थे, जहां उन्होंने कई परियोजनाओं की शुरुआत की थी. इसके अलावा हुगली में एक चुनावी सभा को भी संबोधित किया था, पीएम मोदी के निशाने पर बंगाल की ममता सरकार रही.

 

Exit mobile version