हाथरस के गैंगरेप कांड के चारों आरोपियों को अलीगढ़ जेल से गुजरात के गांधीनगर भेज दिया गया है। वहां आरोपियों का नार्को के अलावा पॉली-ग्राफी व ब्रेन मैपिंग टेस्ट किया जाएगा।
कोर्ट के आदेश के बाद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चारों आरोपियों को ट्रेन से रविवार देर रात गांधीनगर लाया गया था। चारों आरोपियों को गांधीनगर ले जाने की प्रक्रिया को पूरी तरह गोपनीय रखा गया।
आरोपियों की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गांधीनगर स्थित फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी लाया गया है। यहां नार्को टेस्ट के बाद आज ही उसकी रिपोर्ट जांच एजेंसी को सौंप दी जाएगी। बता दें कि लाई डिटेक्शन टेस्ट और नार्को टेस्ट की जरूरत पड़ने पर सीबीआई चारों आरोपियों को लेकर गांधीनगर पहुंची है।
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एफएसएल में लाई डिटेक्शन टेस्ट में आरोपियों से घटना से जुड़े कई सवाल किए जाएंगे। वहीं, ब्रेन मैपिंग के दौरान उनके हाव-भाव चेक किए जाएंगे। एक आरोपी के टेस्ट में दो दिन का समय लगेगा। इस तरह चारों आरोपियों के टेस्ट में आठ दिन का समय लगेगा। इस दौरान आरोपी साबरमती जेल में रहेंगे।
बता दें कि 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित लड़की के साथ कुछ युवकों ने कथित तौर पर गैंगरेप किया और बाद में उसके साथ मारपीट की। लड़की की हालत गंभीर होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां 29 सितंबर को उसकी मौत हो गई।
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आनन-फानन में लड़की के शव को हाथरस लेकर आई पुलिस ने बिना किसी परिवार के सदस्य की मौजूदगी के लड़की के शव को रातोंरात फूंक दिया। इसके बाद इस पूरे मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया और प्रदेश सरकार की चौतरफा फजीहत हुई। बाद में योगी सरकार ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश की।